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Investment: महंगाई को हराना है? बचत छोड़ो, अब निवेश की सोचो

Investment: महंगाई को हराना है? बचत छोड़ो, अब निवेश की सोचो

12 May 2025: Investment: महंगाई को हराना है? बचत छोड़ो, अब निवेश की सोचो। अगर हमें महंगाई (Inflation) से सही मायने में मुकाबला करना है, तो बचत (Savings) और निवेश (Investment) के बीच का फर्क समझना बेहद ज़रूरी है।

Investment: महंगाई को हराना है? बचत छोड़ो, अब निवेश की सोचो

पहलूबचत (Savings)निवेश (Investment)
उद्देश्यसुरक्षित पैसा रखनापैसे को बढ़ाना
जोखिम (Risk)बहुत कम या न के बराबरहोता है, लेकिन रिटर्न भी ज्यादा हो सकता है
रिटर्न (Return)कम (जैसे 3–4% बैंक सेविंग अकाउंट में)ज्यादा (जैसे 10–15% शेयर बाजार में)
तरलता (Liquidity)ज़्यादा (कभी भी निकाल सकते हैं)कुछ निवेश में समय लगता है निकालने में
मुद्रास्फीति से सुरक्षानहीं करता पूरी तरह सेहां, लंबे समय में बेहतर सुरक्षा देता है

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 बचत और निवेश का मूलभूत अंतर

पहलू बचत (Savings) निवेश (Investment)
उद्देश्य सुरक्षित पैसा रखना पैसे को बढ़ाना
जोखिम (Risk) बहुत कम या न के बराबर होता है, लेकिन रिटर्न भी ज्यादा हो सकता है
रिटर्न (Return) कम (जैसे 3–4% बैंक सेविंग अकाउंट में) ज्यादा (जैसे 10–15% शेयर बाजार में)
तरलता (Liquidity) ज़्यादा (कभी भी निकाल सकते हैं) कुछ निवेश में समय लगता है निकालने में
मुद्रास्फीति से सुरक्षा नहीं करता पूरी तरह से हां, लंबे समय में बेहतर सुरक्षा देता है

 महंगाई से क्यों नहीं बचा सकती सिर्फ बचत?

महंगाई का मतलब है कि समय के साथ चीज़ें महंगी होती जाती हैं। अगर आपने ₹100 बचाए और उस पर 4% ब्याज मिला लेकिन महंगाई दर 6% है, तो असल में आपके पैसों की खरीदने की ताकत घट रही है।

 निवेश क्यों ज़रूरी है?

निवेश का मकसद है पैसे को ऐसी जगह लगाना जहाँ वो बढ़े – जैसे:

  • शेयर बाजार
  • म्यूचुअल फंड
  • गोल्ड ETF
  • रियल एस्टेट
  • सरकारी बॉन्ड आदि

इनसे मिलने वाला रिटर्न महंगाई से अधिक हो सकता है, जिससे आपकी वास्तविक संपत्ति (real wealth) बढ़ती है।

 निष्कर्ष (Conclusion):

  • बचत ज़रूरी है – आपातकालीन फंड, रोज़मर्रा की ज़रूरतों के लिए।
  • लेकिन निवेश और भी ज़रूरी है – ताकि आपका पैसा महंगाई को मात दे सके और भविष्य में आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो।
  • क्या आप निवेश शुरू करने के तरीके या विकल्पों पर विस्तार से जानना चाहेंगे?

 निवेश शुरू करने के 5 आसान कदम

  •  अपने वित्तीय लक्ष्य तय करें
    सबसे पहले यह तय करें कि आप क्यों निवेश करना चाहते हैं:
  • रिटायरमेंट फंड
  • बच्चों की पढ़ाई
  • घर खरीदना
  • यात्रा या अन्य सपने

जोखिम सहने की क्षमता जानें

  • हर व्यक्ति की Risk Appetite अलग होती है:
  • अगर आप ज़्यादा जोखिम नहीं लेना चाहते, तो डायवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड, सरकारी बॉन्ड, FD बेहतर हैं।
  • अगर आप लंबी अवधि तक निवेश कर सकते हैं, तो शेयर बाजार, इंडेक्स फंड अच्छे विकल्प हो सकते हैं।

 निवेश के मुख्य विकल्प

  • विकल्प अनुमानित रिटर्न जोखिम स्तर विशेषताएँ
  •  बैंक FD 5–7% कम सुरक्षित, लेकिन महंगाई से हार सकते हैं
  •  शेयर बाजार 10–15% उच्च लंबी अवधि में उच्च रिटर्न
  •  म्यूचुअल फंड 8–12% मध्यम प्रोफेशनल मैनेजमेंट, SIP से शुरू कर सकते हैं
  •  गोल्ड ETF 6–8% मध्यम महंगाई हेजिंग, लॉन्ग टर्म सेफ
  •  रियल एस्टेट 6–10% मध्यम–उच्च पूंजी की ज़रूरत अधिक, लेकिन लॉन्ग टर्म में अच्छा
  •  सरकारी बॉन्ड 6–8% बहुत कम रिटायरमेंट प्लान्स के लिए अच्छा

 कैसे शुरू करें?

SIP (Systematic Investment Plan) म्यूचुअल फंड में हर महीने थोड़ी राशि निवेश कर सकते हैं।

500/₹1000 से भी शुरुआत हो सकती है।

 ऑनलाइन प्लेटफॉर्म

Groww, Zerodha, Paytm Money, Upstox जैसे ऐप्स से आप आसानी से म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में निवेश शुरू कर सकते हैं।

 फाइनेंशियल प्लानर से सलाह लें:

अगर आपको समझ नहीं आ रहा कि कहां निवेश करें, तो एक SEBI-registered advisor से सलाह लें।

शुरुआती निवेशक के लिए सुझाव

  • पहले एक आपातकालीन फंड (Emergency Fund) बनाएं (कम से कम 3–6 महीने का खर्च)।
  • निवेश को डायवर्सिफाई करें – सभी पैसे एक जगह न लगाएं।
  • लंबी अवधि की सोच रखें – निवेश से जादू रातोंरात नहीं होता।
  • हर महीने एक SIP जरूर करें – ये आदत आपकी आर्थिक सेहत बना सकती है।

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