18,300 फुट की ऊंचाई पर हिमस्खलन में चार सैनिक शहीद, शव बरामद, एक लापता
18,300 फुट की ऊंचाई पर हिमस्खलन में चार सैनिक शहीद, शव बरामद, एक लापता

नई दिल्ली। देश को दुश्मन से महफूज रखने वाले स्वयं को पर्वतारोहण अभियान के दौरान 18,300 फुट की ऊंचाई पर हिमस्खलन में चार सैनिकों की मौत हो गई थी जिनमें से तीन जवानों के शव बरामद कर लिए गए हैं। रक्षा सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हवलदार रोहित कुमार, हवलदार ठाकुर बहादुर आले और नायक गौतम राजवंशी एक गहरी दरार में फंस गए थे और उनके शव करीब नौ महीने तक बर्फ की मोटी परतों के नीचे दबे हुए थे। रक्षा सूत्रों ने बताया कि उनके शव गत एक सप्ताह में बरामद किए गए।
उन्होंने बताया कि हादसे में मारे गए चौथे सैनिक लांस नायक स्टैनजिन टार्गैस का शव हादसे के बाद ही बरामद कर लिया गया था। रक्षा सूत्रों ने बताया कि जुलाई 2023 में सेना के अधीन गुलमर्ग में कार्यरत विशिष्ट प्रशिक्षण संस्थान हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल (एचएडब्ल्यूएस) के 38-सदस्यीय अभियान दल ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में माउंट कुन को फतह करने के लिए प्रस्थान किया था। अभियान एक अक्टूबर को शुरू हुआ और टीम को 13 अक्टूबर तक शिखर तक पहुंचने की उम्मीद थी।
सूत्र ने कहा, ‘‘बर्फ से ढके इस क्षेत्र में खतरनाक भू अवसंरचना और अप्रत्याशित मौसम ने भारी चुनौतियां पेश कीं… टीम आठ अक्टूबर को फरियाबाद ग्लेशियर पर शिविर संख्या दो और तीन के बीच 18,300 फुट की ऊंचाई पर अचानक हिमस्खलन की चपेट में आ गई और टीम के चार सदस्यों की मौत हो गई।” सूत्रों ने बताया कि शवों को बरामद करने के लिए 18 जून को ‘‘ऑपरेशन आरटीजी (रोहित, ठाकुर, गौतम)” शुरू किया गया था। इस मिशन का नाम लापता सैनिकों के सम्मान में रखा गया था और बचाव अभियान में 88 विशेषज्ञ पर्वतारोही शामिल थे।