MP: फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट ने दूसरे की डिग्रियों पर लिख लिया खुद का नाम
MP: फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट ने दूसरे की डिग्रियों पर लिख लिया खुद का नाम

MP: फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट ने दूसरे की डिग्रियों पर लिख लिया खुद का नाम। दमोह शहर के मिशन अस्पताल में इलाज के बाद सात मौतों के मामले में दमोह से गायब हुए डॉक्टर नरेंद्र यादव उर्फ एनकेम जोन व उसकी पत्नी के खिलाफ पूर्व में भी कई आपराधिक मामले दर्ज होने की बात सामने आ रही है।
देर रात सीएमएचओ मुकेश जैन आवेदन लेकर कोतवाली पहुंचे और अपनी शिकायत प्रस्तुत किए। सूत्र बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग ने जांच में पाया कि डॉक्टर की डिग्री असली नहीं है और यह डिग्रियां किसी महिला के नाम पर बताई गई।
देर रात एक बजे तक पुलिस मामले की जांच कर रही थी। एफआईआर नहीं हो सकी थी। वहीं राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने एक्स पर जानकारी साझा की है कि जवाबदेही से बचने सीएमएचओ देर रात कोतवाली पहुंचे।
नरेन्द्र जान केम नाम बताया
डॉक्टर के आधार कार्ड के अनुसार उसका नाम नरेंद्र जान केम है और उसके पिता का नाम अमरेंद्र कुमार है जो उत्तराखंड के देहरादून का निवासी है। दमोह में यह डॉक्टर गुजरात में पंजीकृत वाहन उपयोग कर रहा था।
उक्त डॉक्टर सहित उनकी पत्नी दिव्या रावत पर वर्ष 2019 में तेलंगाना के रचकोंडा में ब्राउंडवाल्ड हॉस्पिटल में फर्जीवाड़े के चलते मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के प्रयास किए थे। उक्त समय यह उक्त अस्पताल के चेयरमैन के पद पर थे।
सामने यह भी आ रहा है कि यह कई निजी और शासकीय संस्थाओं में ईमेल के जरिए अपना बायोडाटा भेज कर संस्थान में घुसने का प्रयास करते थे और कई स्थानों पर चिकित्सा के क्षेत्र में आधुनिक सुविधाएं लाने का झांसा भी देते थे। उक्त डॉक्टर के विजिटिंग कार्ड में भी यह खुद को वरिष्ठ सलाहकार इंटरवेंशनल कार्डियोलाजिस्ट और इलेक्ट्रोफिजियोलाजिस्ट और जर्मनी का रहने वाला बताते थे।