जबलपुर की आयुध फैक्ट्रियों का नहीं होगा निजीकरण

जबलपुर मे एक दिवसीय दौरे पर आए भामरे ने जबलपुर की तीन आयुध निर्माणियों, आयुध निर्माणी खमरिया, गन कैरिज फैक्ट्री और व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर का दौरा भी किया.
केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री ने पत्रकारो को संबोधित करते हुए इसी साल मार्च महीने मे हुए खमरिया फैक्ट्री ब्लास्ट हादसे पर सफाई पेश की. उन्होने बताया कि पूरे मामले की हाई लेवल इंक्वायरी के बाद ये स्पष्ट हुआ की ब्लास्ट साल 2004 मे बंद हो चुके 106 आरसीएम बमो के स्क्रेप मे हुआ था. चूकिं एक बड़ी मात्रा मे पुराना स्क्रेप फैक्ट्री मे स्टोर था और उसी सेक्शन मे ब्लास्ट हुआ. वहीं हादसे के बाद देश के तमाम आयुध निर्माणियो मे रखे ऐसे स्क्रेप को नष्ट करने के निर्देश दिए गए थे जिसमे अभी तक करीब 60 प्रतिशत नष्ट हो चुका है.
मेक इन इंडिया के संकल्प को आत्मसात करते हुए डिफेंस क्षेत्र मे भी इसे लागू किया जा रहा है. भामरे ने कहा कि रक्षा मंत्रालय की सोच है कि डिफेंस मामले मे सेल्फ डिपेंडेंट बनाया जाए. आगामी 2019 से बोफोर्स के साथ ऐसे तामाम सैन्य उपकरणो को देश मे ही निर्मित किया जाने लगेगा.
बीते दिनो सुर्खियो मे रहे बोफोर्स तोप मे चीनी कुलपुर्जो के इस्तेमाल और फर्जीवाड़े पर भामरे ने पहले ही क्लीन चिट दे दी. उन्होने कहा कि मामले को मीडिया ने हवा दी है जबकि कोई तथ्य नही है. मामले मे सीबीआई जांच कर रही है.