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कल तय होगा गुजरात हिमाचल का भविष्य, एग्जिट पोल पर सियासत गर्म

वेब डैस्कः गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणाम सोमवार को आएंगे। रिजल्ट से पहले ही भाजपा और कांग्रेस की सांसें थमी हुई हैं। जहां एक तरफ एग्जिट पोल्स में भाजपा को बढ़त मिलती दिख रही है लेकिन यह भी है कि एग्जिट पोल्स कभी भी पूरी तरह से सच साबित नहीं होते हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए गुजरात चुनाव काफी अहम है। जहां कांग्रेस के नए अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए यह चुनाव उनको एक नई दिशा देगा

 

वहीं दूसरी तरफ अघर भाजपा गुजरात में हारती है तो इसका सबसे बड़ा नुकसान पीएम नरेंद्र मोदी को होगा। इन चुनावों को 2019 लोकसभा के साथ भी जोड़कर देखा जा रही है। गुजरात में जीत को मोदी की साख के साथ जोड़कर देखा जा रहा है। अब यह तो सोमवार को ही पता चलेगा कि गुजरात का सरताज कौन होगा और एग्जिट पोल कितने सच साबित होते हैं।

 

भाजपा सांसद ने कहा निराशाजनक प्रदर्शन होगा 
ज्यादातर एग्जिट पोल में गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा के जीत हासिल करने की संभावना जताए जाने के बीच पार्टी से राज्यसभा सदस्य संजय काकड़े ने दावा किया कि उनकी पार्टी राज्य में अगली सरकार बनाने के लिए पर्याप्त सीटें नहीं जीतेगी।   काकड़े ने दावा किया, ‘‘पूर्ण बहुमत को भूल जाइए, पार्टी को सरकार बनाने तक के लिए पर्याप्त सीटें नहीं मिलेंगी। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस बहुमत के आंकड़े के करीब पहुंचेगी। ’’  उन्होंने कहा कि यदि फिर भी पार्टी ने राज्य में सत्ता कायम रखी तो भी यह सिर्फ और सिर्फ नरेंद्र मोदी के चलते होगी।

शिव सेना भी एग्जिट पोल से असहमत
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे गुजरात में भाजपा की स्पष्ट जीत की संभावना जताने वाले एग्जिट पोल से असहमत नजर आए। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर पदभार संभालने के लिए उन्होंने राहुल गांधी को शुभकामना देते हुए कहा कि उन्होंने गुजरात चुनाव के लिए कड़ी मेहनत की है और आशा करते हैं कि वह अपनी पार्टी कार्यकर्त्ताओं की आकांक्षाओं को पूरा करेंगे। ठाकरे ने कहा कि गुजरात में मौजूदा राजनीतिक माहौल और एग्जिट पोल के नतीजों के बीच एक बड़ा अंतर है। दरअसल, ठाकरे की पार्टी का सत्तारूढ़ सहयोगी दल भाजपा के साथ असहज संबंध है। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल ने गुजरात में भाजपा के लिए एक स्पष्ट जीत की संभावना जताई है। हालांकि, एग्जिट पोल की संभावना हमारे लिए हजम होने लायक नहीं है। सोमवार को नतीजे आएंगे और हर किसी को इसे स्वीकार करना होगा।

बता दें कि गुजरात चुनाव बाद सर्वेक्षणों (एग्जिट पोल्स) में कहा गया कि गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा फिर स्पष्ट बहुमत प्राप्त करेगी। राज्य में 14 दिसंबर को दूसरे और अंतिम दौर का मतदान संपन्न होने के तुरंत बाद अलग-अलग एग्जिट पोल आए। एक एग्जिट पोल में कहा गया है कि गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 115 और कांग्रेस को 65 सीटें मिलेंगी। वहीं, एक अन्य एग्जिट पोल में कहा गया कि सत्तारूढ़ गठबंधन को 108 सीट मिलेंगी तथा विपक्षी कांग्रेस की झोली में 74 सीट आ सकती हैं। टाइम्स नाउ-वीएमआर के एग्जिट पोल में कहा गया कि राज्य में भाजपा को 115, कांग्रेस को 64 तथा शेष सीट अन्य दलों को मिल सकती हैं। गुजरात में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 92 सीट जीतने की आवश्यकता है। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 115, कांग्रेस को 61 तथा अन्य को छह सीट मिली थीं।

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