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जेके सीमेंट फैक्ट्री में मजदूरों की हड़ताल: लंबित मांगों को लेकर काम बंद

जेके सीमेंट फैक्ट्री में मजदूरों की हड़ताल: लंबित मांगों को लेकर काम बं

कटनी: कटनी जिले के बड़वारा तहसील क्षेत्र में स्थित जेके सीमेंट प्लांट एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार किसी उत्पादन या विकास के लिए नहीं, बल्कि मजदूरों के अधिकारों के हनन को लेकर। प्लांट में कार्यरत सैकड़ों मजदूरों ने आज दोपहर लगभग 2:00 बजे अपनी लंबित मांगों को लेकर काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दी है। इस हड़ताल से प्लांट में कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है।
श्रमिक नेता सील चंद पटेल ने प्लांट प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश शासन द्वारा एरिया सहित मजदूरों के लिए कई लाभकारी निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन जेके वाइस सीमेंट प्रबल और इन निर्देशों का लगातार उल्लंघन कर रहा है। ज़ब आज श्रमिकों ने अपने लंबित एरियस की मांग की, और मजदूरों के साथ एरियाज देने में भेदभाव करने बात कही तो प्लांट के अधिकारियों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए गाली-गलौज की, जिसके बाद मजदूरों ने एकजुट होकर काम बंद करने का फैसला लिया।
सीलचंद पटेल ने स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं की जाती हैं, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी। मजदूरों का कहना है कि उनके अधिकार से वंचित किया जा रहा है और प्रबंधन द्वारा लगातार उनका शोषण किया जा रहा है।
घटना की सूचना मिलते ही बड़वारा पुलिस हड़ताल स्थल पर पहुंची और मजदूरों से शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने की अपील की। पुलिस स्थिति को नियंत्रण में रखने का प्रयास कर रही है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके।
यह घटना जेके सीमेंट प्लांट में मजदूरों के शोषण के आरोपों को एक बार फिर से उजागर करती है। गौरतलब है कि यह प्लांट पहले भी इस तरह के मामलों को लेकर चर्चा में रहा है। इस ताजा हड़ताल ने प्लांट प्रबंधन और मजदूरों के बीच तनातनी को और बढ़ा दिया है। अब देखना यह होगा कि प्लांट प्रबंधन मजदूरों की मांगों पर क्या रुख अपनाता है और कब तक इस हड़ताल का समाधान निकलता है। इस हड़ताल से न केवल प्लांट के उत्पादन पर असर पड़ेगा, बल्कि मजदूरों और उनके परिवारों के लिए भी आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

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