सीजफायर के बीच मध्य प्रदेश में BSF की वर्दी में मिला संदिग्ध, पूछताछ में खुला राज

ग्वालियर : ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच भले ही सीज फायर का ऐलान हो गया हो लेकिन देश के सभी सेंसिटिव जिलों में लगातार संदिग्ध मूवमेंट और अनजान लोगों की चेकिंग की जा रही है. ग्वालियर में भी इसी को लेकर लगातार होटलों, सरायखानों और नए किराएदारों की जानकारी पुलिस पुलिस जुटाने में लगी है. इसी बीच ग्वालियर पुलिस के हाथ एक फर्जी बीएसएफ आरक्षक लगा है, जो लोगों से बीएसएफ में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर रहा था.
आरोपी के पास से मिली BSF की वर्दी
दरअसल, ग्वालियर के बिलौआ थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक संदिग्ध आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो बीएसएफ की वर्दी में था. ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने बताया, ” बिलौआ क्षेत्र में जानकारी मिली थी कि एक बाहरी व्यक्ति है जो कई दिनों से यहां किराए के मकान में रह रहा है. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसके पास बीएसएफ की वर्दी बरामद हुई है.”
भर्ती होने आया था, सिलेक्ट नहीं हुआ तो बना फर्जी आरक्षक
आरोपी को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई तो पता चला है कि उसका नाम राहुल सिंह है और वह उत्तरप्रदेश के मैनपुरी का रहने वाला है. काफी समय पहले वह टेकनपुर में बीएसएफ की भर्ती देखने आया था. लेकिन उसका चयन नहीं हो सका था. इसके बावजूद उसने अपने परिवार से बीएसएफ में नौकरी लग जाने की बात कही थी. और ग्वालियर के बिलौआ में किराए का मकान लेकर 6 महीने से रह रहा था. वह सभी को खुद को बीएसएफ का आरक्षक बताता था.
स्थानीय युवाओं को देता था नौकरी का झांसा
एसपी धर्मवीर सिंह के मुताबिक पिछले 6 महीने से बिलौआ में डटे इस आरोपी ने स्थानीय युवाओं को बीएसएफ में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का शिकार भी बनाया. आरोपी के हत्थे चढ़ने के बाद पुलिस ने इस संबंध में बीएसएफ अधिकारियों को भी सूचित कर दिया है, साथ ही उससे पूछताछ की जा रही है.