भीषण सर्दी पर भारी पड़ा नए साल के जश्न का उत्साह, जमकर हुई आतिशबाजी
रात 12 बजते ही आसमान छूने लगा गीत-संगीत का धमाल, पार्कों में उमड़ी भीड़

कटनी। शहर से लेकर उपनगरीय क्षेत्रों में स्थित होटलों में शाम से ही 31 दिसंबर का जश्न शुरू हो गया था। सर्दी की परवाह किए बगैर युवक-युवतियां नए साल के लिए पार्टियों में शामिल हुए। नए साल की पहली सुबह लोगों ने ज्यादातर समय मंदिरों और पार्कों पर बिताया। इसके पूर्व 31 दिसंबर की रात 12 बजते ही गीत-संगीत का धमाल आसमान छूने लगा। वेलकम सॉन्ग के साथ लोग एक-दूसरे को हैप्पी न्यू ईयर कहते हुए बधाई देने लगे। रंग-बिरंगी आतिशबाजी से आसमान पट गया। जो जहां था, जश्न में शामिल हो गया। फूलों और आकर्षक लाइटों से सजे पार्कों, लॉनों और होटलों में समूह नृत्य देखने लायक थे। विश्राम बाबा स्थित होटल अरिंदम व उवर्शी में 2024 को नृत्य-संगीत संग विदा किया और नए साल का स्वागत किया।
साल 2024 के अंतिम मंगलवार को सजे और पूजे गए हनुमानजी
साल 2024 के अंतिम मंगलवार को मेन रोड स्थित दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर सहित शहर व उपनगरीय क्षेत्रों पर स्थित दूसरे हनुमान मंदिरों को बहुरंगी फूलों से मनोहारी शृंगार किया गया। रंग-बिरंगे गुब्बारों और अन्य कलाकृतियों से सजाया गया। आरती के बाद सर्वमंगल की कुशलता और सभी के स्वस्थ रहने की कामना की गई। माधवनगर गेट के सामने स्थित हनुमान मंदिर में रामचरितमानस का अखंड पाठ हुआ। इसके अलावा हनुमान जी महराज के दूसरे मंदिरों में साल के आखिरी दिन दर्शन के लिए लोगों की भीड़ लगी रही।
गुलजार रहा जागृति व कटाएघाट पार्क
साल 2025 के आज पहले दिन माधवनगर स्थित जागृति पार्क व कटाएघाट स्थित पार्क गुलजार रहा। पार्कों की सजावट लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही थी। जगह-जगह लोग देर तक सेल्फी लेते रहे। पार्क के अंदर स्थित खानपान की दुकानों पर लोगों का जमावड़ा लगा रहा।
25 में गुलाब, 200-300 रुपये में बिके गुलदस्ते
31 दिसंबर की शाम फूलों का बाजार चटख हो गया। पुराना बस स्टेंड स्थित फूल बाजार में गुलाब 20 से 30 रुपये प्रति पीस बिका। गुलदस्ता-बुके 200 से 300 रुपये में बिके। फूल बाजार में गुलाब, गेंदा, आर्किड, फुलदादी, गुलदस्ते, बुके, गेंदा के फूल की माला, अशोक की पत्तियां और एरिका के पत्ते खरीदने को भीड़ रही।