कन्या महाविद्यालय में आयोजित साइबर जागरूकता कार्यशाला में छात्राओं को मिली महत्वपूर्ण जानकारी

कन्या महाविद्यालय में आयोजित साइबर जागरूकता कार्यशाला में छात्राओं को मिली महत्वपूर्ण जानकार
कटनी-शासकीय कन्या महाविद्यालय कटनी में एक महत्वपूर्ण साइबर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन दिनांक ०१ फरवरी २०२५ को किया गया। यह कार्यशाला प्राचार्य डॉक्टर चित्रा प्रभात के मार्गदर्शन और एनएसएस एनसीसी एवं स्वामी विवेकानंद प्रकोष्ठ के संयुक्त सहयोग से आयोजित हुयी । कार्यशाला के आयोजन में एसपी कटनी ऑफिस के साइबर क्राइम विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण रही ।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को बढ़ते साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करना और उन्हें इनसे बचाव के तरीकों की जानकारी प्रदान करना था। प्राचार्य डॉक्टर चित्रा प्रभात ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान में साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए, उन्होंने छात्राओं को विभिन्न प्रकार के साइबर फ्रॉड से सावधान रहने की सलाह दी और बताया कि कैसे सतर्कता बरतकर इन अपराधों से बचा जा सकता है।
कार्यशाला में एसपी ऑफिस के साइबर क्राइम विभाग से आये श्री सत्येंद्र राजपूत ने छात्राओं को साइबर अपराधों के विभिन्न प्रकारों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने क्रेडिट कार्ड फ्रॉड, कार्ड स्वैपिंग, और कार्ड क्लोनिंग जैसे वित्तीय अपराधों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। इसके अतिरिक्त, ओएलएक्स प्लेटफॉर्म पर होने वाले विभिन्न प्रकार के धोखाधड़ी के मामलों से भी छात्राओं को अवगत कराया।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए श्री राजपूत ने व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स के सुरक्षित उपयोग के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने छात्राओं को इन प्लेटफॉर्म्स की प्राइवेसी सेटिंग्स और सुरक्षा विकल्पों के बारे में भी बताया। इस अवसर पर साइबर क्राइम विभाग से आये हुयी टीम में श्री अमित श्रीपाल, श्री शुभम गौतम, श्री चंदन प्रजापती और श्री जयकुमार शामिल रहे। कार्यशाला में महाविद्यालय में अध्यनरत बीएससी तृतीय वर्ष की छात्राओ अमरीन बी एवं मिदहत शमीम ने भी अपने पीपीटी के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किया ।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉक्टर रीना मिश्रा द्वारा किया गया। कार्यशाला की तकनीकी व्यवस्था श्रीमती नम्रता निगम और श्री भीम बर्मन ने संभाली। कार्यक्रम में महाविद्यालय की बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं और स्टाफ के सदस्यों ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया।
इस कार्यशाला के माध्यम से छात्राओं को न केवल साइबर अपराधों की जानकारी दी गयी बल्कि उन्हें इनसे बचने के प्रभावी तरीके भी सिखाए गए। यह कार्यशाला डिजिटल युग में छात्राओं को सुरक्षित रहने और साइबर धोखाधड़ी से बचने में मददगार साबित होगी। महाविद्यालय प्रशासन द्वारा इस प्रकार की जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन छात्राओं के हित में एक सराहनीय कदम है।
कार्यक्रम के अंत में छात्राओं ने साइबर सुरक्षा से संबंधित विभिन्न प्रश्न पूछे, जिनका विशेषज्ञों द्वारा संतोषजनक समाधान प्रस्तुत किया गया। इस तरह की कार्यशालाएं न केवल छात्राओं को जागरूक बनाती हैं, बल्कि उन्हें डिजिटल दुनिया में सुरक्षित नागरिक बनने में भी मदद करती हैं।