BP Health Tips: हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल के लिए ड्राख खाएं, फिर कहें धन्यवाद ड्राख
BP Health Tips: हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल के लिए ड्राख खाएं, फिर कहें धन्यवाद ड्राख कामकाज की मजबूरियों के कारण शारीरिक गतिविधियां बढ़ाना संभव ना भी हो, तो खानपान में बदलाव कर इन समस्याओं की रोकथाम अवश्य की जा सकती है। यदि डाइट में ड्राख यानी काली किशमिश को खाएं। तो ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करने में काफी मदद मिल सकती है।
रिन के जरिए बाहर निकलने में मदद करता है ड्राख
ड्राख यानी काली किशमिश में पोटेशियम की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे शरीर में सोडियम को कम करने में मदद मिलती है। जैसा कि आप जानते हैं कि हाई बीपी में सोडियम की मात्रा बहुत अहम रोल निभाती है। बीपी के मरीजों को डॉक्टर्स भी सोडियम की मात्रा कम करने की सलाह देते हैं। ऐसे में काली किशमिश का सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है। ये शरीर में मौजूद सोडियम को यूरिन के जरिए बाहर निकलने में मदद करता है और फिर ब्लड प्रेशर नॉर्मल रेंज में आने लगता है।
मैग्नीशियम आवश्यक मिनरल नसों को रिलैक्स करता है
ड्राख यानी काली किशमिश में मैग्नीशियम भी काफी मात्रा में होता है। विशेषज्ञों के अनुसार ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मैग्नीशियम एक आवश्यक मिनरल माना जाता है। यह नसों को रिलैक्स करता है, जिससे ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है। इस तरह काली किशमिश में मौजूद मैग्नीशियम, शरीर के पोषण के साथ ही हाई बीपी की संभावना को कम करता है।
फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल्स समेत कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट
ड्राख यानी काली किशमिश में फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल्स समेत कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं। एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर की नसों को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने में मदद करते हैं। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से सूजन हो सकती है और नसें सख्त हो सकती हैं। इससे हाई बीपी का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे में नियमित रूप से काली किशमिश का सेवन करने से इस तर की परेशानियां कम हो सकती हैं।
तनाव
स्ट्रेस या तनाव कई बीमारियों की जड़ है। हाई ब्लड प्रेशर के मामले में स्ट्रेस काफी नुकसान पहुंचा सकता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो ड्राख यानी काली किशमिश के सेवन से ब्लड सर्कुलेशन इम्प्रूव होता है और ब्रेन एक्टिव होता है और स्ट्रेस कम होने लगता है। ऐसे में काली किशमिश के नियमित सेवन से स्ट्रेस को कम कर किया जा सकता है। साथ ही हाई ब्लड प्रेशर का खतरा भी कम हो जाता है।
फाइबर पानी में घुलनशील
ड्राख यानी काली किशमिश में फाइबर भी काफी मात्रा में पाया जाता है। ये पानी में घुलनशील होता है, जो हाई बीपी की समस्या में राहत दे सकता है। सॉल्यूबल फाइबर हाई ब्लड प्रेशर के लेवल को नियंत्रित करने में मददगार होता है। साथ ही इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल का अवशोषण कम होता है, जिससे बीपी का स्तर सही बना रहता है।
कैसे करें सेवन?
सुबह के नाश्ते में आप दही या फलों के शेक के साथ ड्राख यानी काली किशमिश का सेवन कर सकते हैं। या नाश्ते से पहले अन्य ड्राई फ्रूट के साथ भी काली किशमिश का सेवन कर सकते हैं। कई लोग दलिये के साथ या रात में सोते वक्त दूध में डाल कर इसका सेवन करते हैं। यानी किसी भी तरीके से इसका सेवन करें, आपकी सेहत को जरुर फायदा मिलेगा। लेकिन ध्यान रखें कि अगर आपको ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो किसी भी तरह से डाइट में बदलाव करने से पहले डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें।