जबलपुर: सड़को की धूल तो नहीं निगम कोष की जरूर सफाई हो रही!

जबलपुर। शहर की सड़कों से धूल-मिट्टी साफ करने गुजरात से आई रोड वैक्यूम क्लीनर मशीन से सड़कें तो साफ नहीं हुईं, लेकिन निगम के खजाने की सफाई जरूर हो गई। स्वच्छता अभियान के दौरान जनवरी में यह मशीन 2 महीने के लिए बुलाई गई थी जो अभी भी शहर की सड़कों पर यदा-कदा दिख जाती है, लेकिन भुगतान नियमित रूप से हो रहा है।
अब तक 16 लाख का भुगतान हो चुका है और दूसरा बिल भी अभी बाकी है। यह मशीन एक घंटे में 5 किलोमीटर की सफाई करती है। अब तक 500 घंटे चल चुकी है। यानी 2500 किमी सड़क की सफाई कर चुकी है। मशीन 4 महीने से शहर की सड़कों की सफाई कर रही है, लेकिन अभी तक एक भी सड़क ऐसी नहीं है जो डस्ट फ्री हो गई हो। सड़कों की स्थिति वैसी ही है जैसी 4 माह पहले थी।
3200 रुपए घंटे है किराया –
गुजरात के बड़ोदरा शहर से आई वैक्यूम क्लीनर मशीन का किराया हर घंटे का 3200 रुपए है। मशीन जब से आई है हर दिन करीब 8 से 10 घंटे तक काम कर रही है।
निगम को भी खरीदनी है 2 मशीन –
शहर की सड़कों की 12 महीने सफाई हो सके इसलिए नगर निगम ने भी 2 रोड वैक्यूम क्लीनर मशीन खरीदने का टेंडर 5 महीने पहले ही जारी कर दिया था। एक मशीन की कीमत करीब 80 लाख रुपए है जिसमें मशीन उपलब्ध कराने वाली कंपनी को ही मेंटेनेंस का जिम्मा भी सौंपा जाना था लेकिन ये मशीन अभी तक नहीं आ सकीं हैं।
पुरानी मशीन भी बनेगी –
सड़क में जमी धूल को साफ करने के लिए नगर निगम ने पूर्व महापौर सुशीला सिंह के कार्यकाल में भी 23 लाख रुपए की लागत से एक रोड क्लीनर मशीन खरीदी थी। यह मशीन सालों से निगम स्टोर रूम में पड़ी खुद धूल खा रही है। दरअसल निगम को उसके पुर्जे नहीं मिल रहे हैं। महापौर स्वाति गोडबोले ने उस मशीन को भी सुधरवाने जनवरी में निर्देश दिए रहे लेकिन वह भी अभी तक नहीं सुधरी।