katniमध्यप्रदेश

प्रतिष्ठित उद्योगपति के भाई ने की आत्महत्या शहर मे शोक की लहर

प्रतिष्ठित उद्योगपति के भाई ने की आत्महत्या शहर मे शोककी लहर

कटनी ब्रेकिंग। शहर के प्रतिष्ठित उद्योगपति समाजसेवी मनीष गेई के बड़े भाई अजय गेई ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है बताया जा रहा है कि रात करीब एक बजे माधव नगर गेट समीप अपने निवास पर उन्होंने ये आत्मघाती कदम उठाया है।

उनके निधन से पूरे शहर मे शोक की लहर हो गई। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रहीं है शव को जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए ले आया गया है जहा पर शहर के उद्योगपति गणमान्य जनों का जमावड़ा लग गया है सभी घटना स्तब्ध है

अरिंदम होटल के मालिक तथा बड़े करोबारी 

माधव नगर थाना अंतर्गत रहने वाले अजय गेई पेशे से मिल एवं अरिंदम होटल के मालिक तथा बड़े करोबारी था। गुरुवार रात घर के सदस्य सो रहें थे, तभी कारोबारी अजय अपने कमरे से बाहर आए और बंगले मे बनें रेस्ट हॉउस मे जाकर खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर अन्य परिजन मौके पर पहुंचें तो कारोबारी अंदर लहूलुहान अवस्था में पड़ा हुआ था। लहूलुहान अवस्था में पड़े कारोबारी को आनन-फानन में अस्पताल ले गए जहाँ पर डॉक्टरों ने अजय कों मृत घोषित कर दिया, मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवा दिया। पुलिस पुरे मामले की जांच कर रही है। सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संतोष डेहरिया पुलिस दलबल के साथ, फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वाड के साथ मौके पर पहुंचे।

गोली की आवाज सुनकर भागे परिजन

साथ ही परिजनों से घटना की जानकारी ली। गोली की आवाज सुनकर भागे परिजन, रेस्ट रूम की जाली तोडक़र गए अंदर उद्योगपति अजय गेई के सुसाइड मामले में पुलिस और पारिवारिक सूत्रों से कई जानकारियां निकलकर सामने आ रही हैं। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। शहर का प्रतिष्ठित परिवार होने की वजह से घटना के बाद काफी तादात में लोग उनके निवास पर जमा हो गए। सूत्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार अजय अपनी शारीरिक तकलीफों से परेशान रहते थे। उन्होंने नागपुर में कूल्हे (हिप्स) का ऑपरेशन भी कराया था, इसके बाद भी असहनीय दर्द की वजह से वे ठीक तरह से चल नहीं पाते थे। अक्सर इलाज के लिए उन्हें नागपुर जाना पड़ता था। बताया जाता है कि गत रात्रि भी उन्होंने अपने कमरे में अपनी पत्नी और दोनों बेटों ईशान और योग से अपनी तकलीफ का जिक्र करते हुए व्यथित होकर कहा था कि जिन्दगी जीने का अब कोई फायदा नहीं, इस पर पत्नी ने उन्हें समझाया भी कि किसी और अच्छे अस्पताल में ट्रीटमेंट कराएंगे लेकिन अजय कल रात ज्यादा ही डिप्रेशन में चले गए।

Back to top button