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विद्यार्थियों को केंचुआ खाद निर्माण का प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया

विद्यार्थियों को केंचुआ खाद निर्माण का प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया

कटनी। प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस शासकीय तिलक स्नातकोत्तर महाविद्यालय कटनी में विद्यार्थियों को मध्य प्रदेश शासन शिक्षा विभाग द्वारा व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत आत्मनिर्भर स्वावलंबी एवं स्वरोजगार स्थापित करने के लिए जैविक खेती का प्रशिक्षण जैविक कृषि विशेषज्ञ रामसुख दुबे द्वारा दिया गया।

यह प्रशिक्षण प्राचार्य डॉक्टर सुनील कुमार बाजपेई के मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण समन्वयक डॉक्टर व्ही के द्विवेदी के सहयोग से दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के क्रम में विद्यार्थियों को चार गड्ढा विधि से केंचुआ खाद निर्माण का प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया।

उपलब्ध कचरा चारा पैरा भूसा फसल अवशेष डंठल गोबर खरपतवार नींदा आदि को सड़ाकर आइसीनियां फोटी डा केंचुआ को एक गड्ढे में डाला गया यह केंचुआ 30 दिन में कचरे को खाकर चाय पत्ती के समान खाद में परिवर्तित कर देता है तथा छेद से दूसरे गड्ढे में चले जाते हैं केंचुआ खाद को निकाल लेते हैं तथा पुनः कचरा एवं गोबर भर देते हैं ।

12 फीट लंबा 12 फुट चौड़ा एवं ढाई फीट गहरा पक्का टांका बनाकर ईद की दीवारों से चार बराबर भागों में बांट दिया जाता है चारों दीवारों में छेद बना दिए जाते हैं जिससे केंचुआ एक गड्ढे में कचरे को खाकर दूसरे गड्ढे में जा सके। इस विधि में एक महीने में 5 क्विंटल खाद प्राप्त होती है ।

विद्यार्थियों को केंचुआ खाद बनाने तथा ग्रामीण कृषकों को कम लागत तकनीकी के अंतर्गत जैविक खेती करने हेतु प्रेरित करने का प्रायोगिक एवं सैद्धांतिक प्रशिक्षण दिया गया। प्रायोगिक प्रशिक्षण के समय प्राचार्य डॉक्टर सुनील कुमार बाजपेई प्राध्यापक डॉ एस के खरे एवं डॉक्टर व्ही के द्विवेदी तथाछात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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