कब्ज (Constipation)
व्रत में फाइबर रिच डाइट न लेने से शरीर में कब्ज की समस्या बढ़ जाती है। आहार में कार्ब्स की अधिक मात्रा इरिटेबल बावल सिंड्रोम का कारण बनने लगती है। कब्ज के कारण भूख कम लगती है और ब्लोटिंग का सामना करना पड़ता है। ऐसे में साल्यूबल और इनसॉल्यूबल फाइबर से भरपूर आहार लेना आवश्यक है।
2. सिरदर्द (Headache)
डिहाइड्रेशन और लो ब्लड प्रेशर व्रत के दौरान सिरदर्द की समस्या को बढ़ा देते है। इस दौरान बार बार कॉफी और चाय का सेवन सिरदर्द का कारण साबित होता है। साल 2010 की रिसर्च के अनुसार फास्टिंग के दौरान हेल्दी मील्स न लेने से सिर के बीचों बीच माइल्ड दर्द की शिकायत बढ़ जाती है। इसके लिए वॉटर इनटेक को बढ़ाएं।
फास्टिंग के दौरान कुछ लोगों को करना पड़ता है इन स्वास्थ्य समस्याओं का सामना
3 एसिडिटी (Acidity)
खाली पेट रहने से पेट में एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। इससे अपच का सामना करना पड़ता है और खाना निगलने में भी तकलीफ बढ़ जाती है। पेट में एसिड बढ़ने से मुंह में खट्टास रहती है। मांसपेशियों का कार्य सुचारू रूप से न हो पाने के कारण एसिड रिफ्लक्स की समस्या बढ़ जाती है। देर तक कुछ न खाने के बाद एकदम मील्स लेने से एसिडिटी बढ़ने लगती है। इसके चलते सीने में भी जलन रहती है। इससे राहत पाने के लिए व्रत में हेल्दी और हल्का आहार लें।
4. ज्यादा भूख लगना (Over appetite)
लंबे वक्त तक कुछ न खाने के बाद एक साथ बहुत सी एंप्टी कैलोरी इनटेक बढ़ने से शरीर में कैलोरी स्टोरज़ बढ़ने लगता है। इससे वेटगेन का सामना करना पड़ता है और एपिटाइट बढ़ जाता है। बार बार लगने वाली भूख शरीर में मोटापे की समस्या को भी बढ़ा देता है।