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8 Nov 2024, Fri

Ready For Katni: कलेक्टर अवि प्रसाद नें आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में दिए निर्देश,अतिवर्षा और बाढ़ से निपटने के लिये सभी प्रबंध समय रहते किए जाएँ

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कटनी । जिले में चालू मानसून सत्र  के दौरान अतिवर्षा एवं बाढ़ की संभावित स्थिति से निपटने के लिए जिले के विभागों द्वारा सभी प्रबंध समय रहते पूरे किए जाएँ। स्थानीय स्तर पर गोताखोरों की व्यवस्था, भराव वाले स्थलों से पानी की निकासी हेतु आवश्यक मोटर पंपों की व्यवस्था और आवश्यक दवाईयों की पूर्ति के इंतजाम सुनिश्चित कर लिये जावें। यह निर्देश शुक्रवार को आयोजित जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में कलेक्टर अवि प्रसाद ने दिये। बैठक मे महापौर श्रीमती प्रीति सूरी खास तौर पर मौजूद रहीं।

साक्रिय है कंट्रोल रूम

कलेक्टर श्री प्रसाद ने बाढ़ आपदा से संबंधित कंट्रोल रूम को पूरे समय सक्रिय और अलर्ट रहनें के निर्देश दिए है। साथ ही बाढ़ आपदा और बचाव से संबंधित पावर प्वाइंट प्रेजेंटेेशन और विभागीय गतिविधियों का प्रस्तुतीकरण नहीं करने पर कार्यपालन यंत्री जल संसाधन व्हीएसिद्धिकी और परियोजना क्रियान्वयन इकाई के कार्यपालन यंत्री को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए है।

सूचना तंत्र को बनाएं मजबूत

कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा कि गत वर्षों में हुई अतिवर्षा को दृष्टिगत रखते हुए सभी जलाशयों एवं तालाबों के जल स्तर पर नियमित निगरानी की जाए। समय- समय पर बारिश होने की स्थिति मे जल स्तर की जानकारी जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को भी अनिवार्यतः उपलब्ध कराई जाए। वर्षाकाल में सूचना तंत्र को और अधिक सुदृढ मजबूत किया जाए, ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न हो।

व्यवस्थाएं रहें चाक चौबंद

कलेक्टर अवि प्रसाद ने अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेेत्र में बाढ़ नियंत्रण के लिये संबंधित विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर सभी व्यवस्थायें चाक-चौबंद करें। शासन द्वारा बाढ़ नियंत्रण के लिये उपलब्ध कराई गई धनराशि से जो भी आवश्यक सामग्री हो, उसको समय रहते क्रय कर लिया जाए। उन्होंने अधिकारियों से यह भी अपेक्षा की कि संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिये कार्ययोजना तैयार की जाए ताकि आवश्यकता पड़े तो तत्काल बचाव कार्य किए जा सकें।

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गांवों को करें चिन्हित

कलेक्टर श्री प्रसाद ने समीक्षा बैठक में कहा कि जिले के सभी जलाशयों में जल स्तर बढ़ने पर प्रभावित होने वाले गाँवों को चिन्हित किया जाए। इसके साथ ही अगर बाढ़ की स्थिति बनती है तो गाँव के लोगों को किस सुरक्षित स्थान पर रखा जा सकता है, उसका भी चिन्हांकन समय रहते कर भोजना व्यवस्था हेतु एस.एच.जी की महिलाओं से बात कर ली जाए। एनाउंसमेंट सिस्टम, सेफ्टी जैकिट की व्यवस्था सहित जर्जर भवनों एवं खतरनाक भवनो पर नियमानुसार कार्यवाही की जावे

बचाव कार्य के लिए रहे मुस्तैद

वर्षाकाल में नदी नालों पर स्थापित पुलों पर पानी बढ़ने की स्थिति में यातायात प्रतिबंधित रहे इस हेतु आवश्यक बैरियर की व्यवस्था कर कोटवारों की डयूटी लगानें हेतु लोक निर्माण विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया। कलेक्टर श्री प्रसाद ने विभागीय अधिकारियों से अतिवर्षा के दौरान की जानें वाली आवश्यक तैयारियों की जानकारी लेते भी ली जाकर आपदा प्रबंधन समिति का गठन करनें के निर्देश दिए। बैठक के दौरान आपने बाढ़ जनजागृति कार्यक्रम,बचाव कार्याे का प्रशिक्षण सहित मॉक ड्रिल का आयोजन करनें हेतु डिस्ट्रिक्ट होमगार्ड के अधिकारियों को निर्देश प्रदान किये जाकर आमजनों को वज्रपात से बचाव के उपाय हेतु आवश्यक सुझावों का प्रचार प्रसार करनें हेतु निर्देशित किया गया।

बैठक मे अपर कलेक्टर श्रीमती साधना कमलकांत परस्ते, संयुक्त कलेक्टर संस्कृति शर्मा, सभी एस.डी.एम, सीएमएचओ, नगर निगम उपायुक्त, कार्यपालन यंत्री पीडब्लयूडी, डिस्ट्रिक कमांडर होमगार्ड सहित जिला आपदा प्रबंधन के सदस्य अधिकारी गण मौजूद रहे।

 

 

By Ashutosh shukla

30 वर्षों से निरन्तर सकारात्मक पत्रकारिता, संपादक यशभारत डॉट काम