Ram Mandir Technology हर साल श्रीराम नवमी के दिन दोपहर 12 बजे 6 मिनट के लिए सूर्य की किरणें राम जी की मूर्ति के माथे पर पड़ेंगी
हर साल श्रीराम नवमी के दिन दोपहर 12 बजे लगभग 6 मिनट के लिए सूर्य की किरणें भगवान राम की मूर्ति के माथे पर पड़ेंगी.

Ram Mandir Technology राम मंदिर की एक अनोखी विशेषता इसका सूर्य तिलक तंत्र है जिसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि हर साल श्रीराम नवमी के दिन दोपहर 12 बजे लगभग 6 मिनट के लिए सूर्य की किरणें भगवान राम की मूर्ति के माथे पर पड़ेंगी. उन्होंने कहा किराम नवमी हिंदू कैलेंडर के पहले महीने के नौवें दिन मनाई जाती है, यह आमतौर पर मार्च-अप्रैल में आती है, जो भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम के जन्मदिन का प्रतीक है।
Ram Mandir Technology: श्री राम मंदिर निर्माण को अन्य संस्थानों जैसे आईआईटी, इसरो के कुछ इनपुट के अलावा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत CSIR (वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद) और डीएसटी (विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग) के कम से कम चार प्रमुख राष्ट्रीय संस्थानों द्वारा तकनीकी रूप से सहायता प्रदान की गई है. पीएमओ में राज्य मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने रविवार को ये बात कही है. CSIR-CBRI रूड़की ने राम मंदिर निर्माण में प्रमुख योगदान दिया है. सीएसआईआर-एनजीआरआई हैदराबाद ने नींव डिजाइन और भूकंपीय सुरक्षा पर महत्वपूर्ण इनपुट दिए हैं.
Ram Mandir Technology: IIAF ने सूर्य पथ पर तकनीकी मदद दी, गियर बॉक्स और रिफलेक्टिव की व्यवस्था
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रो फिजिक्स बेंगलुरु ने सूर्य पथ पर तकनीकी सहायता दी है. ऑप्टिका, बेंगलुरु लेंस और पीतल ट्यूब के निर्माण में शामिल है.उन्होंने कहा, ‘‘गियर बॉक्स और रिफलेक्टिव/लेंस की व्यवस्था इस तरह की गई है कि शिकारा के पास स्थित तीसरी मंजिल से सूर्य की किरणों को सूर्य पथ पर नजर रखने के प्रसिद्ध सिद्धांतों का उपयोग करके गर्भ गृह तक लाया जाएगा.’’
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा,’इस मौसम में ट्यूलिप में फूल नहीं आते। यह केवल जम्मू-कश्मीर और कुछ अन्य ऊंचे हिमालयी क्षेत्रों में ही उगता है और वह भी केवल वसंत ऋतु में। इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन बायोरिसोर्स टेक्नोलॉजी पालमपुर ने हाल ही में एक स्वदेशी तकनीकी विकसित की है, जिसके माध्यम से ट्यूलिप को उसके मौसम का इंतजार किए बिना पूरे वर्ष उपलब्ध कराया जा सकता है.’