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मिशाल कायम कर रहे शहर के युवा रक्तदाता ,कटनी ब्लड डोनर सोसायटी की पहल, सैकड़ों मरीजों को मिला जीवनदान

मिशाल कायम कर रहे शहर के युवा रक्तदाता ,कटनी ब्लड डोनर सोसायटी की पहल, सैकड़ों मरीजों को मिला जीवनदा

कटनी. जहां आज के दौर में अधिकांश युवा सोशल मीडिया और तकनीक में व्यस्त रहते हैं, वहीं कटनी ब्लड डोनर सोसायटी के युवा सदस्य समाज के लिए एक उदाहरण बन रहे हैं। यह समूह न केवल ज़रूरतमंद मरीजों के लिए रक्तदान करता है, बल्कि रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाने का बीड़ा भी उठा चुका है। कटनी ब्लड डोनर सोसायटी के इन युवाओं की सेवा भावना आज के समाज के लिए प्रेरणादायक है। ये युवा यह संदेश दे रहे हैं कि जब तक हमारे बीच ऐसे लोग मौजूद हैं, तब तक इंसानियत जिंदा है।

समाजसेवी टीनू सचदेवा ने बताया कि यह संस्था निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि यह कोई औपचारिक संगठन नहीं, बल्कि मानवता की सेवा के लिए समर्पित युवाओं का स्वप्रेरित समूह है। इनका उद्देश्य केवल रक्त उपलब्ध कराना नहीं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि किसी मरीज की जान केवल इस कारण न जाए कि समय पर रक्त न मिल पाया।

रक्तदान के लिए तत्पर रहता है ग्रुप- इस सप्ताह भी जब जिला अस्पताल में एक मरीज को तुरंत रक्त की आवश्यकता पड़ी, तो सूचना मिलते ही ग्रुप के सदस्य सौरभजूश्ती, जय शीतलानी, वीरू सितपाल, संचित जैन, शिवा सैनी

और अंकित तिवारी बिना किसी विलंब के अस्पताल पहुंचे और रक्तदान किया। इन सभी युवाओं ने पहले भी कई बार रक्तदान कर मरीजों को नया जीवन दिया है।

नया संदेश, नई सोच के साथ काम-इन युवाओं का मानना है कि रक्तदान केवल एक सेवा नहीं, बल्कि एक संस्कार है। उन्होंने मौके पर मौजूद लोगों को रक्तदान के फायदे बताए और यह भी समझाया कि एक स्वस्थ व्यक्ति हर तीन महीने में रक्तदान कर सकता है, जिससे किसी अनजान व्यक्ति की जान
बचाई जा सकती है।

रक्त की कमी से न हो कोई हानि यही है उद्देश्य- कटनी ब्लड डोनर सोसायटी का मानना है कि अगर प्रत्येक नागरिक वर्ष में केवल एक बार भी रक्तदान कर दे, तो देशभर में रक्त की कभी भी कमी नहीं होगी। इस सोच के साथ यह समूह हर कॉल पर सक्रिय रहता है और अब तक जिले में सैकड़ों मरीजों को रक्त उपलब्ध करा चुका है। टीनू सचदेवा ने बताया कि आगामी समय में वे रक्तदान शिविर आयोजित करेंगे, ताकि दूरदराज के लोग भी इस सेवा का हिस्सा बन सकें। साथ ही युवाओं को जोड़ने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में विशेष अभियान चलाया जाएगा।

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