
Gold Rate: रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा शेयर बाजार, सोना भी टॉप लेवल पर चल रहा। विधानसभा चुनावों में बीजेपी को मिली प्रचंड जीत के बाद शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है. भाजपा की जीत से उत्साहित घरेलू बाजार में सोमवार को सेंसेक्स 1,384 अंक चढ़कर 68,865 अंक पर पहुंच गया. यही हाल निफ्टी का भी रहा और यह 20,686 अंक पर बंद हुआ.
मंगलवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में भी सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी जारी है. सेंसेक्स 69 हजार के ऊपर ट्रेंड कर रहा है. दूसरी तरफ सोने का रेट भी रिकॉर्ड लेवल पर चल रहा है. सोमवार दोपहर के समय सोना 63805 रुपये प्रति 10 ग्राम पर देखा गया. हालांकि बाद में इसमें गिरावट आई.
शेयर बाजार और सर्राफा में एक साथ तेजी
चुनावी नतीजों के अगले दिन सोमवार को शेयर बाजार और सर्राफा बाजार में एक साथ तेजी देखी गई. ऐसा कम ही होता है कि दोनों में साथ-साथ तेजी देखी जाए. आमतौर पर यह होता है कि शेयर बाजार ऊपर जाता है तो सोने के रेट नीचे आते हैं. सोना ऊपर जाता है तो शेयर बाजार नीचे आता है. इसलिए शेयर बाजार और सोने के रेट के बीच उलटा संबंध कहा जाता है. जब शेयर बाजार में उछाल आता है तो निवेशक स्टॉक में निवेश के लिए ज्यादा और सोने में निवेश के लिए कम उत्सुक होते हैं. इसके उल्ट, जब शेयर बाजार में गिरावट आती है तो निवेशक स्टॉक में निवेश से डरते हैं और सोने में निवेश की तरफ आकर्षित होते हैं.
सोने को सुरक्षित निवेश के तौर पर देखा गया
यह हमेशा एक जैसा नहीं रहता. कुछ मामलों में शेयर बाजार और सोने के रेट का सीधा संबंध भी देखा जाता है. जैसे 4 दिसंबर को ही शेयर बाजार और सर्राफा बाजार दोनों में तेजी देखी गई. जब ग्लोबल इकोनॉमी में अनिश्चितता होती है तो निवेशक सुरक्षित निवेश की तरफ आकर्षित होते हैं. सोने को हमेशा सुरक्षित निवेश के तौर पर देखा गया है. लेकिन ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से शेयर बाजार में तेजी देखी जा रही है. आइए जानते हैं शेयर बाजार और सोने के रेट पर असर डालने वाले कुछ कारणों के बारे में-
महंगाई दर
साल 2023 में सोने की कीमत तेजी से बढ़ी हैं. इसका प्रमुख कारण रूस-यूक्रेन युद्ध है. युद्ध के कारण वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता तेजी से बढ़ी और निवेशकों ने सोने को सुरक्षित निवेश मानकर यहां इनवेस्टमेंट किया. अमेरिका में महंगाई बढ़ने से भी निवेशकों ने इनवेस्टमेंट के लिए सोने का रुख किया. रेपो रेट में इजाफा करने से अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर घटकर 4.87 प्रतिशत पर आ गई. दुनिया के अन्य देशों में महंगाई को लेकर सकारात्मक बयान से भी बाजार को समर्थन मिला है.
चुनाव में भाजपा की जीत
तीन राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में बीजेपी को मिली प्रचंड जीत से भी शेयर बाजार को मजबूती मिली है. इससे विदेशी संस्थागत निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ है. जिससे उन्होंने निवेश बढ़ाया और घरेलू स्टॉक मार्केट ने नया रिकॉर्ड बनाने में कामयाबी हासिल की.
रिकॉर्ड जीडीपी
पिछले दिनों वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में जीडीपी के आंकड़े 7.6 प्रतिशत पर पहुंचने से भी बाजार में सकारात्मक धारणा रही है. चीन की जीडीपी 4.9 प्रतिशत के स्तर पर बनी हुई है. भारत दुनिया की प्रमुख इकोनॉमी में तेजी से इकोनॉमिक ग्रोथ हासिल करने वाला देश बना हुआ है. इस कारण विदेशी संस्थागत निवेशकों का ध्यान भारतीय शेयर बाजार की तरफ बना हुआ है.
क्रूड ऑयल में गिरावट
कच्चे तेल का रेट घटकर 80 डॉलर प्रति बैरल के नीचे पहुंच गया है. इससे भी निवेशकों की धारणा को बल मिला है. ब्रेंट क्रूड 78 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई क्रूड 73 डॉलर प्रति बैरल के करीब चल रहा है.
आर्थिक विकास
मजबूत आर्थिक विकास से भी शेयर बाजार में तेजी आती है. पिछले दिनों दूसरी तिमाही के जीडीपी के आंकड़े 7.6 परसेंट पर पहुंच गए. इसके बाद शेयर बाजार में लगातार तेजी देखने को मिल रही है. इसका असर सोने की कीमत पर भी देखा जा रहा है.