सहकारी समितियों को सीधे खाद देने से बिगड़ा सिस्टम, किसानों तक नहीं पहुंच पा रहा लाभ
सहकारी समितियों को सीधे खाद देने से बिगड़ा सिस्टम, किसानों तक नहीं पहुंच पा रहा लाभ

सहकारी समितियों को सीधे खाद देने से बिगड़ा सिस्टम, किसानों तक नहीं पहुंच पा रहा लाभ । मध्य प्रदेश में हर तरफ से खाद की कमी की शिकायत सामने आ रही है। सरकार दावा करती है कि खाद पर्याप्त है। कुछ जगह आने में विलंब हो सकता है पर कमी नहीं है। पिछले खरीफ सीजन में 33 लाख टन खाद की खपत हुई थी और इस बार सितंबर 2025 के पहले सप्ताह तक 30 लाख टन खाद किसानों को बांटी जा चुकी है।
सहकारी समितियों को सीधे खाद देने से बिगड़ा सिस्टम, किसानों तक नहीं पहुंच पा रहा लाभ
खाद आने का क्रम जारी है इसलिए संकट नहीं है लेकिन वास्तविकता इससे इतर है। खाद की कमी है, तभी तो दुकानों के बाहर लाइन लग रही है।कानून व्यवस्था की स्थिति संभालने के लिए कहीं दुकान बंद करनी पड़ी रही तो कहीं पुलिस को लाठी भांजनी पड़ रही है। कृषि और सहकारिता जैसे बड़े विभाग भी खाद प्रबंधन को ठीक से संभाल नहीं पा रहे हैं।