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गैंगस्टर्स के सोशल मीडिया हैंडलर रडार पर, जेल में बंद और मृत अपराधियों के अकाउंट हैं एक्टिव

रांची: झारखंड में संगठित आपराधिक गिरोह के सोशल मीडिया हैंडलर्स की तलाश और पहचान के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. जेल में बंद अपराधियों और एनकाउंटर में मारे गए अपराधियों के सोशल मीडिया अकाउंट धड़ल्ले से एक्टिव हैं, जिनमें तरह-तरह की धमकी भरे पोस्ट भी किए जा रहे हैं. अब ऐसे अकाउंट हैंडलर्स पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी गई है.

जांच शुरू

कुख्यात अमन साहू की एनकाउंटर में मौत के बाद कई राज्यों के कारोबारियों ने राहत की सांस ली है, लेकिन आज भी सोशल मीडिया के जरिए कई ऐसे असामाजिक और आपराधिक तत्व हैं, जो अमन साहू जैसे कुख्यात अपराधी के सोशल अकाउंट को उसकी मौत के बाद भी एक्टिव रखे हुए हैं. झारखंड एटीएस की टीम ने ऐसे एक दर्जन से अधिक अकाउंट की जांच शुरू कर दी है.

क्यों हो रही है जांच

दरअसल, अमन साहू का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है. अमन साहू की मौत से जहां उसके गुर्गे तो दुखी हैं ही, लेकिन कुछ ऐसे तत्व भी हैं, जो पाकिस्तान में रहकर भी अमन साहू की मौत पर शोक मना रहे हैं. जिसके बाद एटीएस ने जांच तेज कर दी है. अमन साहू की मौत के बाद “अमन साहू आर्म्स कंपनी” नाम से फेसबुक पेज बनाया गया है. फेसबुक हैंडलर हजरत उल्लाह खान नाम का व्यक्ति है, जो फेसबुक के जरिए खुद को पाकिस्तान का निवासी बताता है और उसके फेसबुक पेज पर कई खतरनाक हथियारों की नुमाइश भी की गई है.

हजरत उल्लाह खान के फेसबुक पेज पर अमन साहू को श्रद्धांजलि देने के लिए पंजाबी गाने का भी इस्तेमाल किया गया है. श्रद्धांजलि देने के लिए बनाए गए वीडियो में भारत के कई कुख्यात अपराधियों को भी टैग किया गया है. अमन साहू को श्रद्धांजलि देने के लिए जिन लोगों को वीडियो में टैग किया गया है, वे सभी वांटेड क्रिमिनल हैं.

विदेश से ऑपरेट किए जा रहे अकाउंट

संगठित आपराधिक गिरोह के कुछ सोशल साइट्स देश से तो कुछ विदेश से संचालित हो रहे हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि इंटरपोल की मदद से अजरबैजान में गिरफ्तार और जल्द ही झारखंड लाए जाने वाले मयंक सिंह का सोशल अकाउंट भी लगातार अपडेट हो रहा है. एक दर्जन से ज्यादा ऐसे सोशल अकाउंट हैं, जिनके जरिए अमन साहू के गुर्गों के बीच श्रद्धांजलि देने की होड़ मची हुई है. लेकिन एक अकाउंट ऐसा भी है, जो पाकिस्तान के पेशावर से ऑपरेट हो रहा है. 11 मार्च को अमन साहू के एनकाउंटर के करीब डेढ़ घंटे बाद ही पाकिस्तान से अमन साहू को श्रद्धांजलि दी गई. हजरत उल्लाह खान नाम का यह शख्स खुद को अत्याधुनिक हथियारों की फैक्ट्री का संचालक बताता है.

मयंक का इंतजार

झारखंड पुलिस के लिए सबसे अच्छी खबर यह है कि कुख्यात मयंक सिंह को अजरबैजान से भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है. मयंक सिंह वही शख्स है जो लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग का सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा प्रचार करता था. मयंक सिंह के भारत आने के बाद न सिर्फ गैंग का सोशल नेटवर्क उजागर होगा, बल्कि हथियारों के नेटवर्क को लेकर भी बड़े खुलासे होंगे. झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि ऐसे सभी अपराधियों के सभी तरह के नेटवर्क की जांच की जा रही है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.

जांच शुरू, रिमांड पर लेकर होगी पूछताछ

झारखंड एटीएस एसपी ऋषभ कुमार झा ने बताया कि जेल में बंद सभी संगठित आपराधिक गिरोहों के मुखिया को रिमांड पर लेकर उनसे सोशल मीडिया और सभी तरह के नेटवर्क के बारे में पूछताछ की जाएगी. एटीएस एसपी के मुताबिक सोशल मीडिया पर किए जा रहे पोस्ट के आईपी एड्रेस को भी वेरिफाई किया जा रहा है, ताकि सभी अकाउंट के बारे में सही जानकारी मिल सके.

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