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इरकान व L&T कंपनी की मनमानी से आधे शहर की जनता परेशान, कीचड़ व दलदल से सनी सड़कें

इरकान व L&T कंपनी की मनमानी से आधे शहर की जनता परेशान, कीचड़ व दलदल से सनी सड़कें

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कटनी। इरकान व L&T कंपनी की मनमानी से आधे शहर की जनता परेशान है। कीचड़ व दलदल से सनी सड़कों पर आवागमन करने को लोग मजबूर हैं। कम्पनी रेल ओव्हर ब्रिज का काम कर रहीं हैं।

कटनी-बीना-बिलासपुर रेलखंड पर झलवारा स्टेशन से लेकर मझगवां के बीच ग्रेड सेपरेटर बनाने का काम रही इरकान व एलएंडटी कंपनी की मनमानी से आधे शहर की जनता परेशान है। बारिश में कीचड़ से सनी सड़कों में आवागमन करने लोग मजबूर हैं लेकिन इरकान व एलएंडटी कंपनी के अधिकारियों के कानों में जू तक नहीं रेंग रही है।

ऐसा लगता है जैसे इरकान व एलएंडटी कंपनी के प्रोजेक्ट हेड कलेक्टर व एसपी से भी बढ़ कर हो गए हैं। इरकान व एलएंडटी कंपनी की मनमानी से आधे शहर की जनता सहित प्रतिदिन शहर आने वाली जनता तक त्रस्त हो गई। बताया जाता है कि झलवारा से लेकर मझगवां के बीच रेल लाइन के दोनों ओर स्थित सड़कों इन दोनों कंपनियों के भारी भरकम वाहनों व मशीनों ने बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है। जिसके कारण इन मार्गों पर गर्मी के मौसम में तो जमकर धूल व डस्ट से लोग परेशान थे, वहीं अब बारिश के मौसम में कीचड़ व दलदल से लोगों को जूझना पड़ रहा है।

ऐसा नहीं है कि इस बात की जानकारी रेलवे सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों को नहीं है, पूरी जानकारी होने के बावजूद सभी मौन धारण किए हुए हैं। जिसके कारण इन मार्गों के आसपास रहने वाली तथा इन मार्गों में आवागमन करने वाली जनता में व्यापक आक्रोश है जो कभी भी धरना, प्रदर्शन व आंदोलन के रूप में सामने आ सकता है।

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वहीं इरकान व एलएंडटी कंपनी के प्रोजेक्ट हेड जिले के कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक सहित मंडल रेल प्रबंधक से भी ज्यादा पावर फुल हैं जो जनता की परेशानी को जान कर भी मार्गों को आवागमन करने लायक नहीं बना रहे हैं। कायदे से कम से कम एक बार नवागत कलेक्टर दिलीप कुमार यादव को झलवारा से लेकर मझगवां तक के मार्गों का निरीक्षण करना चाहिए, जिससे उनको पता चले कि इरकान व एलएंडटी कंपनी ने सड़कों की कीतनी दुर्दशा की है।

साथ ही ग्रेड सेपरेटर की डीपीआर मंगवा कर देखना चाहिए कि कहीं उसमें इरकान व एलएंडटी कंपनी के वाहनों से क्षतिग्रस्त हुईं सड़कों को बनाने की शर्त भी तो शामिल नहीं है। जिससे ग्रेड सेपरेटर का काम पूर्ण होने के बाद इरकान व एलएंडटी कंपनी उन मार्गों को भी बना जाए जो उसके भारी भरकम वाहनों व मशीनों के आवागमन से क्षतिग्रस्त हुईं है।

सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को

बारिश के कारण कीचड़ से सनी सड़कों पर आवागमन करने में स्कूली बच्चों को परेशानी होती है। जिनके जूते, मोजे व स्कूली कपड़े तक कीचड़ में खराब हो रहे हैं और इरकान व एलएंडटी कंपनी के कर्मचारी तमाशबीन बनकर देखते रहते हैं।

सबसे बुरे हाल बाबा घाट-मूंगाबाई कालोनी पहुंच मार्ग के

बताया जाता है कि वैसे तो झलवारा से लेकर मझगवां स्टेशन तक बीना-बिलासपुर रेलखंड के दोनों ओर पडऩे वाली अधिकांश सड़के इरकान व एलएंडटी कंपनी के भारी भरकम वाहनों व मशीनों से क्षतिग्रस्त हुईं हैं लेकिन सबसे बुरी स्थिति बाबा घाट से मूंगाबाई कालोनी व डीजल शेड पहुंच मार्ग के हैं। जहां बारिश के कारण पूरी सड़क कीचड़ को दलदल में तब्दील हो गई। जो लोग यहां से वाहन लेकर गुजरे उनके वाहनों के पहिए कीचड़ में सन गए और उन्होंने इरकान व एलएंडटी कंपनी के अधिकारियों को जमकर कोसा। वहीं कई लोग 8 से 10 किलोमीटर का चक्कर लगाकर अपने घर पहुंचे।

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डीपीआर का अवलोकन करे जिला प्रशासन

लोगों का कहना है कि ग्रेड सेपरेटर की डीपीआर में यह शर्त भी शामिल है कि इसके निर्माण के दौरान जितनी सड़कें ठेका कंपनी इरकान व एलएंडटी के भारी भरकम वाहनों व मशीनों से क्षतिग्रस्त हुईं हैं उनको ठेका कंपनी ही बनाएगी, लोगों की यह बात कितनी सही है, इसका पता डीपीआर का अवलोकन करने से ही पता चलेगा। इसलिए कलेक्टर नवागत कलेक्टर दिलीप कुमार यादव सहित लोक निर्माण विभाग व नगर निगम को ग्रेड सेपरेटर की डीपीआर मंगवा कर उसका अवलोकन करना चाहिए, जिससे वास्तविकता सामने आए और ठेका कंपनियां बिना क्षतिग्रस्त सड़कों का निर्माण किए यहां से जाने न पाए।

 

Ashutosh shukla

30 वर्षों से निरन्तर सकारात्मक पत्रकारिता, संपादक यशभारत डॉट काम

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