Ayodhya Ram Temple Albume and Daak Ticket Released: पीएम मोदी ने डाक टिकट जारी किया, श्रीराम को समर्पित खास एल्बम में 20 देशों का टिकट
Ayodhya Ram Temple Albume and Daak Ticket Released: पीएम मोदी ने डाक टिकट जारी किया, श्रीराम को समर्पित खास एल्बम में 20 देशों का टिकट

Ayodhya Ram Temple Albume and Daak Ticket Released: पीएम मोदी ने डाक टिकट जारी किया, श्रीराम को समर्पित खास एल्बम में 20 देशों का टिकट भी शामिल किए गए है। साथ ही रामचरितमानस की चौपाई- ‘मंगल भवन अमंगल हारी’, सूर्य, सरयू नदी और मंदिर और उसके आसपास की मूर्तियां शामिल हैं।
राम मंदिर से जुड़े कार्यक्रमों की श्रृंखला में डाक टिकट जारी किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को रामलला की प्रतिमा स्थापना और मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे। 11 दिनों का विशेष अनुष्ठान कर रहे पीएम मोदी ने आज राम मंदिर से जुड़े कार्यक्रमों की श्रृंखला में डाक टिकट जारी किया। उन्होंने श्रीराम पर जारी टिकटों की पुस्तक भी रिलीज की। तस्वीरों के खास संकलन में अयोध्या के राम मंदिर की बारीकियों को देखा-समझा जा सकेगा। श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर स्मारक डाक टिकट और दुनिया भर में भगवान राम पर जारी टिकटों की यह पुस्तक डाक विभाग ने तैयार की है।
भगवान राम को समर्पित खास एल्बम का आकर्षण
एल्बम में शामिल डिजाइन के घटकों में राम मंदिर, तुलसीदास रचित रामचरितमानस की चौपाई- ‘मंगल भवन अमंगल हारी’, सूर्य, सरयू नदी और मंदिर और उसके आसपास की मूर्तियां शामिल हैं। पीएम मोदी ने बताया कि इस खास एल्बम में मंदिर और देश की संस्कृति से जुड़ी बारीकियों का अनुभव किया जा सकेगा।
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पंचमहाभूतों का अद्भुत संकलन
पुस्तक की विशेषता का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इसमें सोने की पत्ती की मदद से डिजाइन सूर्य की किरणों और चौपाइयों से राजसी प्रतीक का एहसास होता है। डिजाइन में शामिल अलग-अलग तत्वों से मानव शरीर की रचना में शामिल पांच भौतिक तत्व- आकाश, वायु, अग्नि, पृथ्वी और जल का भी प्रतिबिंब मिलता है। इन्हें ‘पंचभूत’ भी कहा जाता है। बकौल प्रधानमंत्री मोदी, यह पुस्तक इंसान की सभी अभिव्यक्तियों के लिए जरूरी पंचमहाभूतों का पूर्ण और अद्भुत संकलन है।
पंचतत्व के दर्शन का स्वरूप दर्शाने का प्रयास
इस मौके पर अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्र के मंगल की कामना की गई है। सूर्यवंशी राम की छवियों से देश में नए प्रकाश का संदेश मिलता है। एल्बम में शामिल सरयू नदी की तस्वीर से सदा गतिशील रहने का संदेश मिलता है। पीएम मोदी ने कहा कि पंचतत्व के दर्शन का स्वरूप दर्शाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट के साथ-साथ संतों ने भी डाक विभाग का मार्गदर्शन किया है।
विदेश में भी भगवान राम से जुड़े डाक टिकट
प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान राम और माता सीता की बातें- देश, काल, जाति जैसी सीमाओं से परे है। रामायण से पूरी मानवता को खुद से जोड़ने का संदेश देती है। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि रामायण पूरी दुनिया में आकर्षण और उत्साह का विषय रही है। पूरे विश्व में भगवान राम और माता सीता के साथ-साथ रामायण को गौरव के साथ देखा जाता है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग देशों में श्रीराम पर आधारित पोस्टल स्टांप जारी होते रहे हैं। अमेरिका, सिंगापुर, गयाना, फिजी जैसे कई देशों ने सम्मान और आत्मीयता से पोस्टल स्टांप जारी किए हैं।
महर्षि वाल्मिकी और तुलसीदास की चौपाइयों का भी उल्लेख
उन्होंने कहा कि राम भारत के बाहर भी महान आदर्श के रूप में पूजे जाते हैं। अनेक राष्ट्रों ने उनके चरित्र की सराहना की है। इस एल्बम में सभी जानकारियों के साथ राम-सीता के जीवन कथाओं का संकलन आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करेगी। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान महर्षि वाल्मिकी और तुलसीदास की चौपाइयों का भी उल्लेख किया। बकौल प्रधानमंत्री मोदी, खुद रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि ने कहा है कि इस धरती पर जब तक नदियों और पर्वतों का अस्तित्व है राम का जिक्र होता रहेगा।
भगवान राम के प्रभाव को दिखाने का प्रयास
राम मंदिर के अलावा भगवान गणेश, भगवान हनुमान, जटायु, केवटराज और माता शबरी पर डाक टिकट जारी हुए हैं। कुल छह टिकटों के अलावा पूरे एल्बम में अमेरिका, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कनाडा, कंबोडिया और संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठनों सहित 20 से अधिक देशों की तरफ से जारी डाक टिकटों को भी संकलित किया गया है। 48 पन्नों की इस पुस्तक के माध्यम से समाज के अलग-अलग वर्गों पर भगवान राम की वैश्विक छवि और उनके प्रभाव को प्रदर्शित करने का प्रयास किया गया है।
अब 22 जनवरी के समारोह का इंतजार
गौरतलब है कि पीएम मोदी 22 जनवरी को उत्तर प्रदेश के अयोध्या दौरे पर राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे। उनके हाथों से रामलला की दिव्य प्रतिमा की स्थापना होनी है। प्रधानमंत्री मोदी के अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और देश-विदेश के लगभग सात हजार मेहमान अयोध्या के इस अभूतपूर्व समारोह के साक्षी बनेंगे। ट्रस्ट की तरफ से कई ऐसे मेहमानों को भी आमंत्रित किया गया है जिनके लिए खास प्रोटोकॉल का पालन जरूरी है। अव्यवस्था की आशंका को खत्म करने के लिए खुद पीएम मोदी ने भी श्रद्धालुओं से 22 जनवरी के दिन अयोध्या आने की जिद न ठानने की अपील की है।