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कन्या महाविद्यालय में “स्वदेशी से स्वावलंबन” विषय पर एक विशेष जन-जागरूकता कार्यक्रम

कन्या महाविद्यालय में “स्वदेशी से स्वावलंबन” विषय पर एक विशेष जन-जागरूकता कार्यक्र

कटनी-शासकीय कन्या महाविद्यालय में “स्वदेशी से स्वावलंबन” विषय पर एक विशेष जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद एवं स्वदेशी जागरण मंच के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण भाषण प्रतियोगिता रही, जिसका विषय था “युवा शक्ति और स्वदेशी – राष्ट्र निर्माण की नई नीति”। यह आयोजन महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. चित्रा प्रभात के मार्गदर्शन में हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं सरस्वती वंदना से हुई, जिससे वातावरण में आध्यात्मिकता और ऊर्जा का संचार हुआ। प्राचार्य डॉ. चित्रा प्रभात ने अपने उद्बोधन में छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए युवाओं की भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि स्वदेशी केवल वस्त्रों या वस्तुओं तक सीमित नहीं, बल्कि यह एक सोच है जो हमें अपनी जड़ों, परंपराओं और स्थानीय संसाधनों के प्रति जागरूक बनाती है। मुख्‍य अतिथ‍ि बंदना गेलानी ने अपने संबोधन में कहा कि स्वदेशी से स्वावलंबन की यह पहल केवल आर्थिक मजबूती का माध्यम नहीं, बल्कि आत्मसम्मान और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। उन्होंने छात्राओं को प्रेरित किया कि वे छोटे-छोटे कदमों से बदलाव की शुरुआत करें, जैसे भारतीय वस्तुओं का उपयोग, स्थानीय कारीगरों को समर्थन, और भारतीय भाषा एवं संस्कृति को प्राथमिकता देना। उनका कहना था कि जब युवा वर्ग आत्मनिर्भरता को अपनाता है, तभी सशक्त भारत का सपना साकार हो सकता है।
भाषण प्रतियोगिता में छात्राओं ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया और स्वदेशी नीति को नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया। सभी प्रतिभागियों ने यह संदेश दिया कि आत्मनिर्भर भारत की राह में युवाओं की जागरूकता और संकल्प ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण करेंगे। इस आयोजन ने छात्राओं में स्वदेशी भावना को मजबूत किया और उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित किया। मंच का सफल संचालन एवं आभार बंदना मिश्रा ने किया ।
इस कार्यक्रम में डॉ. साधना जैन, डॉ. विमला मिंज, डॉ. रश्मि चतुर्वेदी, के.जे. सिन्हा, डॉ. अमिताभ पांडेय, डॉ. आर.के. गुप्ता, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. रोशनी पांडेय, विनेश यादव, पंकज सेन, डॉ. अशोक शर्मा, डॉ. संजयकांत भारद्वाज, भीम बर्मन, प्रेमलाल कॉवरे, डॉ. रीना मिश्रा, डॉ. अनिल कुमार द्विवेदी, रिचा दुबे, आंजनेय तिवारी, विनीत सोनी, स्‍मृति दहायत, डॉ. प्रतिमा सिंह, प्रियंका सोनी, डॉ. सोनिया कश्यप, डॉ. वंदना चौहान, डॉ. रंजना वर्मा, सृष्टि श्रीवास्तव, रत्नेश कुशवाहा, देववती चक्रवर्ती, डॉ. अपर्णा मिश्रा, श्‍वेता कोरी, मैत्रेयी शुक्ला, और डॉ. अनिका वालिया सहित प्राध्यापक और छात्राएं उपस्थित रही।

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