सोलह श्रृंगार कर पहुंंची थी धुआंधार में छलांग लगाने, आरक्षक ने बचा ली जान

जबलपुर, नगर संवाददाता।आरक्षक की सर्तकता से आज एक नवविवाहिता की जान बच गई। जो धुआंधार में कूद कर जान देने के लिए पहुंची थी। एक 24 वर्षीय नवविवाहिता माथे पर सिंदूर हाथ में सोने के कंगन ,पैर में पायल और हाथों में हरी-हरी चूड़ियां पहनकर सोलह सिंगार करने के बाद अपने घर से बिना किसी को बताये आटो में सवार होकर आज सुबह धुआंधार में छलांग लगाने के इरादे से पहुंची थी इसके पूर्व कि वह आत्मघाती कदम उठाती इसकी सूचना वहां पर भेड़ाघाट थाने के आरक्षक हरिओम वैश को लगी तो वह मौके पर पहुंचे और धुआंधार की ओर जा रही नवविवाहिता को पक ड़ लिया ।
बाद में इसकी सूचना उसके परिजनों को दी गई । सूचना मिलते ही उसका पति मौके पर पहुंचा जहां पुलिस ने प्रारंभिक कार्रवाई के उपरांत उसके सुपुर्द कर दिया गया। इस संबंध में पुलिस ने बताया कि अधारताल निवासी एक नवविवाहिता का पति से किसी बात पर विवाद हो गया था जिससे वह नाराज होकर छलांग लगाकर जान देने धुआंधार में आई थी।
महिला को जब वहां के कुछ दुकानदारों ने संदेही हालत में देखा तो सूचना आरक्षक हरिओम को दी सूचना मिलते ही उक्त आरक्षक बिना समय गवांये धुआंधार के पास पहुंचा जहां पर उसने महिला को पकड़ लिया। महिला ने पूछताछ में पुलिस को बहाने में बताया कि वह नर्मदा जी की भक्त है वह उनकी पूजा करने के बाद वह उनकी गोद में समाने जा रही थी। आरक्षक द्वारा उसे थाने लाने के बाद मोबाइल पर परिजनों को सूचना दी गई जब इस घटना की जानकारी उसके पति को लगी तो उसने आरक्षक से कहा कि आप इसे मेरे आने तक छोड़ना नहीं। जब कुछ समय के बाद पति थाने पहुुंचा तो पुलिस ने महिला को समझाईश देने के बाद उसके पति के सुपुूर्द कर दिया गया।