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OBC विभाग का सहायक संचालक ले रहा था 1.40 लाख रुपए की रिश्वत

सिवनी। जिले के अन्य पिछड़ा वर्ग विभाग के सहायक संचालक को लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने शनिवार दोपहर 1 लाख 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। सहायक संचालक ने मीनाक्षी पैरामेडिकल स्टडी सेंटर के संचालक मनीष शर्मा से छात्रों की छात्रवृत्ति राशि जारी करने के बदले 10 प्रतिशत की राशि बतौर रिश्वत मांगी थी। विभाग में कार्यरत दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी (कम्प्यूटर ऑपरेटर) ब्रजेश भार्गव के जरिए सहायक संचालक को लोकायुक्त ने रिश्वत की राशि लेते गिरफ्तार किया है।

लोकायुक्त दल के डीएसपी जेपी वर्मा ने बताया कि मीनाक्षी पैरामेडिकल स्टडी सेंटर के 97 छात्रों को सत्र 2016-17 की छात्रवृत्ति व शिक्षण शुल्क की राशि 17 लाख रुपए जारी करने के बदले सिवनी ओबीसी विभाग के सहायक संचालक विशाल श्रीवास ने 10 प्रतिशत राशि रिश्वत के रूप में मांगी थी। सहायक संचालक ने छात्रवृत्ति की कुछ राशि जारी भी कर दी थी लेकिन रिश्वत नहीं देने पर अगली राशि जारी करने पर रोक लगाने की बात कही जा रही थी।

इस मामले की शिकायत 5 अप्रैल को फरियादी स्टडी सेंटर संचालक मनीष शर्मा ने जबलपुर लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा से की थी। टीम ने शहर के एक होटल में सहायक संचालक को बुलाया। सहायक संचालक खुद यहां नहीं पहुंचे और विभाग के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी ब्रजेश भार्गव को 1.40 लाख रुपए लेने होटल भेज दिया। कर्मचारी को रिश्वत में मिली यह राशि सहायक संचालक ने बारापत्थर निवासी अपने चाचा दीपक श्रीवास के घर ले जाकर छोड़ने के लिए कहा।

रिश्तेदार के घर भिजवाए रिश्वत के रुपए

कर्मचारी का पीछा करते हुए जब टीम सहायक संचालक के चाचा दीपक श्रीवास के घर पहुंची तो चाचा ने कर्मचारी से राशि लेने से इनकार कर दिया तो कर्मचारी ने मोबाइल से सहायक संचालक को चाचा के घर बुलाया जैसे ही सहायक संचालक ने रिश्वत ली, उसी दौरान लोकायुक्त टीम ने विशाल श्रीवास को चाचा के घर दबोच लिया।

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