भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक शुरू रात्रि 9 बजे तक आ सकती है पहली सूची !

नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव के लिए टिकट फायनल करने के लिए दिल्ली में भाजपा कार्यालय में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक शुरू हो गई है। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, नरेंद्र सिंह तोमर, विनय सहस्त्रबुद्धे, सुहास भगत आदि नेता मौजूद है। उम्मीद की जा रही है कि आज रात तक भाजपा करीब 100 नामों की घोषणा कर सकती है
मिलेंगे बी फार्म: भाजपा की पहली सूची जारी होने के तुरंत बाद उम्मीदवारों को पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी होने का बी फार्म जारी कर दिया जाएगा। इसके साथ ही शुक्रवार से नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। दोनों ही पार्टियां अपने अधिकृत प्रत्याशी के साथ एक-एक डमी उम्मीदवार से भी नामांकन फार्म भरवाएगी।
भाजपा में बड़े शहरों पर फैसला नहीं : स्क्रीनिंग कमेटी अभी भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर की ज्यादातर सीटों पर दावेदारों के चयन पर फैसला नहीं ले पाई है। इसके अलावा सागर जिले में बीना सीट पर तीन प्रत्याशी हैं। इसी तरह विदिशा जिले की सिरोंज सीट पर भी फैसला नहीं हुआ है। यहां से वर्तमान विधायक स्वास्थ्य कारणों से चुनाव लड़ने से मना कर चुके हैं।
अमित शाह तय करेंगे टिकट: प्रदेश भाजपा ने अपने स्तर पर तीन सर्वे कराए थे। उम्मीदवारों के चयन को लेकर एक सर्वे अमित शाह और राम माधव ने भी कराया था। बताया जा रहा है कि जो नाम अमित शाह की सर्वे रिपोर्ट से मेल खाएंगे उन्हें पहली सूची में घोषित कर दिए जाएंगे। जो नाम अमित शाह की सूची से मेल नहीं खाएंगे उनपर विचार किया जाएगा। प्रदेश भाजपा ने लगभग सौ सीटों पर सिंगल नाम भेजे हैं, लेकिन केंद्र अपनी सर्वे रिपोर्ट के आधार पर बदल सकता है। इसका ताजा उदाहरण छत्तीसगढ़ भाजपा की लिस्ट है। छत्तीसगढ़ भाजपा ने 78 नाम सिंगल भेजे थे। इनमें से 17 नामों को भाजपा संसदीय बोर्ड ने बदल दिया है।
विधानसभा चुनाव के लिए घोषित होने वाली भाजपा प्रत्याशियों की सूची में कई नाम चौंकाने वाले होंगे। आठ से दस सीटों पर पार्टी बाहरी उम्मीदवारों का सर्मथन कर सकती है। वहीं भोपाल की मध्य और हुजूर सीट को लेकर भी पेंच फंस गया है। बताया जा रहा है कि प्रदेश चुनाव समिति द्वारा तय किए एक-एक नाम पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की हां के बाद ही फाइनल किया जाएगा।
प्रदेश भाजपा ने अपने स्तर पर तीन सर्वे कराए थे। उम्मीदवारों के चयन को लेकर एक सर्वे अमित शाह ने भी कराया था। बताया जा रहा है कि जो नाम अमित शाह की सर्वे रिपोर्ट से मेल खाएंगे उन्हें पहली सूची में घोषित कर दिए जाएंगे। जो नाम अमित शाह की सूची से मेल नहीं खाएंगे उनपर विचार किया जाएगा। प्रदेश भाजपा ने लगभग सौ सीटों पर सिंगल नाम भेजे हैं, लेकिन केंद्र अपनी सर्वे रिपोर्ट के आधार पर बदल सकता है। इसका ताजा उदाहरण छत्तीसगढ़ भाजपा की लिस्ट है। छत्तीसगढ़ भाजपा ने 78 नाम सिंगल भेजे थे। इनमें से 17 नामों को भाजपा संसदीय बोर्ड ने बदल दिया है। भोपाल की सात में दो सीटों पर फैसला अमित शाह लेंगे।
1- बैरसिया से विष्णु खत्री
2- गोविंदपुरा से कृष्णा गौर
3- दक्षिण से उमाशंकर गुप्ता
4- नरेला से विश्वास सारंग
5- उत्तर से भक्ति शर्मा और रमेश शर्मा गुट्टू
इसी तरह हुजूर में संघ भगवानदास सबनानी को टिकट दिलाना चाहता है तो मुख्यमंत्री रामेश्वर शर्मा को फिर से मैदान में उतारना चाहते हैं। मध्य से मुख्यमंत्री सुरेंद्रनाथ सिंह का टिकट नहीं काटना चाहते हैं। ऐसे में मध्य से ध्रुवनारायण सिंह को टिकट दिया जाए या नहीं ये फैसला भी पार्टी अध्यक्ष अमित शाह करेंगे।
इन कुछ सीटों पर भी हो सकता है निर्णय
सीहोर विधानसभा से निर्दलीय विधायक सुदेश राय भाजपा प्रत्याशी हों सकते हैं। पिछली बार वे कांग्रेस के बागी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़े थे। भिंड से चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी। वे साल 2013 में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे। मुरैना जिले की सुमावली से विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार नीटू ने पार्टी को लिखकर दे दिया है कि वे चुनाव नहीं लड़ना चाहते। उनके बड़े भाई सतीश सिकरवार का नाम ग्वालियर पूर्व से भेजा गया है। भाजपा ने सुमावली से पिछली बार बसपा के उम्मीदवार रहे अजब सिंह कुशवाहा को मैदान में उतार सकती है अशोक नगर जिले की चंदेरी सीट पर हाल ही में भाजपा में आए बाबा गणेशानंद और कांग्रेस से नपा अध्यक्ष बने भूपेंद्र द्विवेदी में से किसी एक को भाजपा चुनाव लड़ाऐगी। कटनी जिले की विगढ़ से मंत्री संजय पाठक को फिर से टिकट मिलना तय है। बहोरीबंद से निशीथ पटेल पर भाजपा दांव लगा सकती है। निशीथ 2013 का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़े थे, लेकिन भाजपा के प्रभात पांडे से हार गए थे। सिवनी से मुनमुन राय का टिकट पक्का है, वे पुराने कांग्रेसी हैं और पिछला चुनाव निर्दलीय के रूप में जीते थे। नरसिंहपुर जिले की तेंदुखेडा सीट से सांसद राव उदय प्रताप सिंह का नाम लगभग तय है, यही कारण है कि विधायक संजू शर्मा ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। सिंह पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान ही कांग्रेस से भाजपा में आए थे। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल के खिलाफ भी भाजपा नए चेहरे को उतारने की कोशिश में है। यह चेहरा उनका कोई नजदीकी रिश्तेदार हो सकता है।