
नई दिल्ली। पुणे में भारत और न्यूजीलेंड के बीच होने वाले दूसरे वनडे पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। दरअसल इस वनडे मैच से ठीक पहले फिक्सिंग का जिन्न फिर से बाहर निकला है और इस बार दावा है कि यह फिक्सिंग पिच को लेकर है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक टीवी चैनल ने पुणे में पिच तैयार करने वाले क्यूरेटर पांडुरंग का स्टिंग जारी किया है। इस स्टिंग में पांडुरंग कैमरे पर पिच से जुड़े सारे राज खोलते दिख रहे हैं। इंडिया टुडे के एक स्टिंग में दावा किया गया है कि सालगांवकार पैसे लेकर पिच का मिजाज बदलने को भी तैयार हो गए।
इस मामले के खुलासे के बाद बीसीसीआइ के संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी ने कहा है कि यह मैच रद भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। मैच के भविष्य पर फैसला आईसीसी की ओर से नियुक्त मैच रेफरी करेंगे। फिलहाल क्यूरेटर सालगांवकर को सस्पेंड कर दिया गया है।
खुल गए सारे राज
स्टिंग के जरिए पता तला है कि इस मैच में पहली पारी में 337-340 रनों का स्कोर बनेगा और दूसरी पारी में खेलने वाली टीम इसे आसानी से चेज भी कर लेगी। यानी पिच का मिजाज, टॉस आने पर क्या करना चाहिए और मैच का नतीजा यानी लगभग सभी कुछ पहले से तय हो गया है। ऐसे में मैच में कोई रोमांच नहीं बचा रह गया है।
स्टिंग में पांडुरंग से पूछा गया कि क्या पिच में कुछ बदलाव हो सकते हैं तो इस पर पांडुरंग ने जवाब दिया कि यह काम मुश्किल तो है, लेकिन वह केवल पांच मिनट में पिच को बदल सकते हैं। उन्होंने पिच पर कील वाले जूते पहनकर जाने की भी इजाजत दी, जिसे पहनकर खिलाड़ियों को भी पिच पर चलने नहीं दिया जाता है।
पिच दिखाने को हुए तैयार
यही नहीं, स्टिंग के दौरान पांडुरंग रिपोर्टर्स को पिच दिखाने के लिए भी तैयार हो गए। जबकि आइसीसी के नियमों के मुताबिक मैच से पहले पिच पर कप्तान और कोच से पहले कोई नहीं जा सकता और मैच से ठीक पहले टॉस के समय ही पिच को दोनों टीमों के कप्तान अच्छे तरीके से देखते हैं। इसलिए, टॉस होने के बाद ही टीमों में बदलाव की घोषणा की जाती है।
‘पैसे लेने को भी हुए तैयार’
स्टिंग में दावा किया गया है कि पांडुरंग पैसों के लिए पिच बदलने को राजी भी हो गए थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि क्यूरेटर पांडुरंग सलगांवकर खुद क्रिकेटर रहे हैं। वह अपने जमाने में तेज गेंदबाज रह चुके हैं। स्टिंग में कहा गया कि पिच के मिजाज की जानकारी बुकी को दी जाएगी, लेकिन पांडुरंग पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ा। पैसों की बात करने पर पांडुरंग का कहना था कि पहले मैच देख लें, डील बाद में हो जाएगी। पैसे मैच खत्म होने के बाद दे देना।
पहले भी निशाने पर रहे हैं पांडुरंग
ऐसा पहली बार नहीं है कि सालगांवकर निशाने पर आए हों। इससे पहले, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इसी साल की शुरुआत में पुणे में हुए टेस्ट मैच में आइसीसी ने इसे काफी खराब पिच कहा था। भारतीय कप्तान विराट कोहली और ऑस्ट्रेलियाई टीम की ओर से भी इस पिच को लेकर शिकायत की गई थी। तब ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 105 और 107 रनों पर आउट कर 333 रनों की बड़ी जीत हासिल की थी। यह मैच तीन दिन से पहले खत्म हो गया था। तब भी पांडुरंग ही पिच क्यूरेटर थे और इस मैच को लंदन से देखने भारत आए तत्कालीन बीसीसीआइ सचिव अजय शिर्के ने कहा था कि पिच फिक्सिंग की जांच सीबीआइ को करनी चाहिए।
शिर्के ने कहा था, पागल है क्या पांडुरंग
- शिर्के ने कहा था कि यह पिच हमेशा से तेज गेंदबाजों के लिए मददगार रही है, लेकिन मैच के दौरान पिच में गड्ढे पड़ते देखे गए थे। उन्होंने पांडुरंग पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि क्या उसने पिच तैयार करते समय शराब पी ली थी? क्या वह पागल हो गया है? हालांकि, लगता नहीं है कि शिर्के की नाराजगी या भारत की इस बदनामी के बावजूद इस दिशा में कुछ किया गया हो।