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दुती ने 100 मी रेस में जीता सिल्वर, पीटी ऊषा का रिकॉर्ड तोड़ा; 400 मी में हिमा-अनस ने दिलाए रजत

जकार्ता. अठारहवें एशियाई खेलों के आठवें दिन भारत ने सात पदक अपने नाम किए। इनमें पांच रजत और तीन कांस्य शामिल हैं। 100 मीटर महिला रेस में दुती चंद ने भारत को सिल्वर मेडल दिलाया। इसके अलावा घुड़सवारी में दो और 400 मीटर रेस में हिमा दास और मोहम्मद अनस ने दो सिल्वर मेडल दिलाए। वहीं, ब्रिज में दो कांस्य पदक मिले।

दुती ने 11.32 सेकंड का समय निकाला। वे स्वर्ण जीतने वाली बहरीन की इडिडोंग ओडियोंग (11.30 सेकंड) से 0.02 सेकंड पीछे रहीं। 1986 में पीटी ऊषा ने भारत के लिए इस इवेंट में सिल्वर मेडल जीता था। उसके बाद दुती ऐसा करने वाली पहली महिला हैं। उन्होंने पीटी ऊषा के 11.95 सेकंड से बेहतर प्रदर्शन किया।

हिमा स्वर्ण जीतने वाली नासीर से 2.17 सेकंड पीछे रहीं 

हिमा 50.79 सेकंड के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। 52.96 सेकंड के साथ निर्मला चौथी पायदान पर रहीं। पहले स्थान पर रहीं बहरीन की साल्वा नासीर ने 50.09 सेकंड का समय निकाला। वहीं, कजाखस्तान की एलिना 52.63 सेकंड के साथ तीसरे स्थान पर रहीं। हिमा दास इस साल जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीती थीं।

अनस ने 36 साल बाद दिलाया सिल्वर

पुरुषों की 400 मीटर रेस में अनस ने 45.69 सेकंड का समय निकाला। इससे पहले इस इवेंट में 1982 में केके प्रेमचंद्रन ने सिल्वर मेडल जीता था। इस बार कतर के अब्दालेह हसन ने 44.89 सेकंड के साथ स्वर्ण पदक जीता। जबकि, बहरीन के अली खामिस ने 45.70 सेकेंड के साथ कांस्य जीता। भारत के ही राजीव 45.84 सेकंड के साथ चौथे स्थान पर रहे। ब्रिज के पुरुष टीम इवेंट और मिक्स्ड टीम इवेंट में भारत ने दो कांस्य पदक जीते। 10 हजार मीटर में गोविंदन ने कांस्य जीता, लेकिन लाइन के बाहर जाने के कारण उन्हें डिस्क्वालीफाई कर दिया गया।
फौवाद ने 36 साल बाद दिलाया पदक

घुड़सवारी में इससे पहले फौवाद मिर्जा ने इंडीविजुअल इवेंट में रजत पदक दिलाया। इस इवेंट में भारत को 36 साल बाद पदक मिला। तब भारत के रघुवीर सिंह ने स्वर्ण, गुलाम मोहम्मद खान ने रजत और प्रहलाद सिंह ने कांस्य जीता था। वहीं, भारत को घुड़सवारी के टीम इवेंट में भी एक रजत मिला। यह 2006 के बाद टीम इवेंट में पहला पदक है। तब कांस्य मिला था। इस एशियाड में यह देश का सातवां रजत और इक्तीसवां पदक है। टीम स्पर्धा में भारत के राकेश कुमार, आशीष मलिक, जीतेंद्र सिंह और फौवाद ने कुल 121.30 सेकंड का समय लिया। वे दूसरे स्थान पर रहे। इस स्पर्धा का स्वर्ण जापान और कांस्य थाईलैंड ने अपने नाम किया।

5 साल की उम्र से घुड़सवारी सीख रहे

फौवाद ने सेनोर मेडिकोट नाम के घोड़े के साथ फाइनल में 26.40 सेकंड में अपनी स्पर्धा को पूरा कर दूसरा स्थान प्राप्त किया। पांच साल की उम्र से घुड़सवारी सीख रहे फौवाद ने 2014 में हुए एशियाई खेलों में इसी स्पर्धा में 10वां स्थान हासिल किया था। एशियाड में यह उनका पहला पदक है। इस इवेंट का स्वर्ण पदक जापान के योशियाकी ओइवा ने अपने नाम किया। वहीं चीन के एलेक्स हुआ को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।

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