Transfer विधानसभा सत्र समाप्त हो चुका है, मध्य प्रदेश में अब जल्द बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल हो सकता है। मुख्यमंत्री की मुख्य सचिव वीरा राणा और अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री डॉ राजेश राजोरा से चर्चा भी हो चुकी है।
मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस फेरबदल में कोई 15 जिलों के कलेक्टर पर तबादले की तलवार लटकी है । इनमें खास तौर पर उन कलेक्टरों को बदला जाएगा जो शिवराज सरकार में पदस्थ किए गए, जिन्होंने दो-तीन जिलों की कलेक्टरी कर ली है और जिन्हें समय भी हो गया है।
एक और उल्लेखनीय बात इस फेरबदल में दिखाई दे सकती है कि अधिकांश प्रमोटी IAS अधिकारियों को जिलों से हटा हटाकर मंत्रालय में पदस्थ किया जाए और उनकी जगह युवा अधिकारियों को मौका दिया जाए।
जिन कलेक्टरों के नाम फेरबदल को लेकर चर्चा में हैं, उनमें शिवपुरी के रविंद्र चौधरी, भिंड के संजीव श्रीवास्तव, राजगढ़ के हर्ष दीक्षित, सीहोर के प्रवीण सिंह, नीमच के दिनेश जैन, धार के प्रियंक मिश्रा, खंडवा के अनूप कुमार सिंह, देवास के ऋषभ गुप्ता, बुरहानपुर की भव्या मित्तल, नरसिंहपुर की शीतला पटले, कटनी के अवि प्रसाद, सतना के अनुराग वर्मा, छतरपुर के संदीप जी आर,सागर के दीपक आर्य, डिंडोरी के विकास मिश्रा आदि शामिल है।
चर्चा है कि इनमें से कुछ जिले के कलेक्टरों को तुलनात्मक रूप से बड़े जिले में पदस्थ किया जाय। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन कलेक्टरों के स्थान पर 2015 बैच के सीधी भर्ती के 11 IAS अधिकारियों को प्राथमिकता से पदस्थ किया जा सकता है। इस बैच की पहले नंबर की आईएएस अधिकारी संस्कृति जैन को पहले ही कलेक्टर बनाया जा चुका है।
इसी के साथ 2011, 12, 13 और 14 बैच के प्रमोटी IAS अधिकारियों को भी मौका मिल सकता है। इस फेरबदल में उन अधिकारियों की भी किस्मत चमक सकती है जो अभी तक किसी भी जिले के कलेक्टर नहीं बन पाए हैं। इनमें 2012 बैच के केदार सिंह, विवेक श्रोत्रिय आदि शामिल हैं। इसी के साथ पूर्व में कुछ जिलों के कलेक्टर रहे उनका भी नंबर लग सकता है। इन अधिकारियों में उमाशंकर भार्गव, ऋषि गर्ग आदि शामिल है।
शहडोल के कमिश्नर के रिक्त पद पर भी पदस्थापना की जानी है। माना जा रहा है कि 2009 बैच के किसी प्रमोटी IAS अधिकारी, जिसे जनवरी 25 में सुपर टाइम मिलना है, को पदस्थ किया जा सकता है। बताया गया है कि चंबल कमिश्नर संजीव झा को भी हटाया जा सकता है।