आदिवासी किसान का जंगल में मिला कंकाल, करीब 5 माह से था लापता
आदिवासी किसान का जंगल में मिला कंकाल, करीब 5 माह से था लापता

कटनी। बड़वारा थाना क्षेत्र अंतर्गत अमराडाड़ के घने वन एक आदिवासी किसान जो करीब 5 माह से लापता था उसका कंकाल मिलने से क्षेत्र में सनसनी का माहौल है। वृद्ध की मौत किस स्थिति में हुई इसकी जांच की जा रही है। इस मामले में फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है।
नर कंकाल मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुँची और मर्ग कायम करते हुए कंकाक को पीएम के लिए भेजा गया। जानकारी के अनुसार बैंक के कर्ज से किसान परेशान था जिसके चलते वह घर छोड़ कर चला गया था। इस संबंध में जानकारी देते हुए बड़वारा थाना प्रभारी अनिल यादव ने बताया कि शव की शिनाख्तगी अमराडाड़ निवासी दशरथ कोल 65 वर्ष के रूप में हुई है।
वृद्ध किसान 25 सितंबर से घर से लापता था। शुक्रवार को अमराडाड़ के घने जंगल के बीच ग्रामीणों ने कंकाल देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी। इस संबंध में गुमशुदगी की भी जांच कराई गई। जब दशरथ नाम की गुमशुदगी की जानकारी मिली तब परिजनों को जानकारी दी गई।
परिजन जब जंगल पहुँचे तो उसके कपड़ो के आधार पर वृद्ध की पहचान हुई। पुत्र की सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। परिजनों ने बताया कि पिता का सोसायटी बैंक में कर्ज था। जिसके कारण वे परेशान रहते थे। इसी वजह से वे घर भी छोड़ कर चले गए। वे घर से खेत जाने की बात कह घर से निकले थे लेकिन वे खेत नहीं गए और ना ही दोबारा घर पहुँचे।
परिजनों की जानकारी के अनुसार पुलिस इस मामले को आत्महत्या से जोड़ कर देख रही है। पीएम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद ही वृद्ध की मौत के असल कारणों का पता चल सकेगा। फॉरेंसिक जांच के लिए वृद्ध का कंकाल जबलपुर मेडिकल कालेज भेजा गया है। परिजनों ने बहुत की खोजबीन वृद्ध के लापता होने के बाद उसके परिजन 15 से 20 दिनों तक ग्रामीणों के साथ उसकी तलाश करते रहें। इन्होंने जंगल मे भी वृद्ध की तलाश की लेकिन जंगल घना होने के कारण उन्हें वृद्ध का कही कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस अब इस मामले की जांच में जुटी हुई है।