आत्मनिर्भरता और आत्म गौरव का प्रभावी माध्यम ग्रामीण पर्यटन : मुख्यमंत्री डॉ. यादव, होम-स्टे बन रहा है “अतिथि देवो भव:” के भाव को चरितार्थ करने का माध्यम, प्रदेश में पर्यटकों के लिए आरंभ होगी हेलीकॉप्टर सेवा, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 241 होम-स्टे का किया वर्चुअल लोकार्पण
होम-स्टे निर्माण में शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने वाले 10 जिला कलेक्टर हुए सम्मानित, 16 ग्राम पंचायतों के सरपंच सहित संस्थाओं को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्रामीण रंग पर्यटन संग राज्य स्तरीय उत्सव को किया संबोधित

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि ग्रामीण पर्यटन आत्मनिर्भरता और आत्म गौरव का प्रभावी माध्यम है। ग्राम स्तर पर पर्यटन गतिविधियों से जहां युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार और आर्थिक उन्नति के अवसर उपलब्ध होते हैं, वहीं पर्यटन गतिविधियां, हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, तीज-त्योहार-पर्व और खानपान को राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में भी सहायक होती हैं। प्रदेश में विकसित हो रहे होम-स्टे भारतीय सांस्कृतिक परंपरा के “अतिथि देवो भव:” के भाव को चरितार्थ करने का माध्यम बन रहे हैं। होम-स्टे संचालनकर्ता और राज्य सरकार का यह प्रयास है कि प्रदेश में आने वाले सभी अतिथि प्रदेश के बारे में सकारात्मक छवि और अच्छी स्मृतियां साथ लेकर जाएं। पर्यटन के साथ पंचायत एवं ग्रामीण विकास, जनजातीय कार्य विभाग आदि समन्वित रूप से इस दिशा में कार्य कर रहे हैं। भारतीय संस्कृति में तीर्थाटन की परंपरा सदियों से रही है। दुनिया के लोग शौक और आनंद के लिए घर से निकलते हैं, वहां भारत के लोग चारधाम की मोक्ष यात्रा पर निकलते हैं, जहां वे सनातन सांस्कृतिक मूल्यों को आत्मसात करते हुए अन्य प्रदेशों की विविध जीवनशैली और परंपराओं से परिचित होते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतीय मूल्यों के अनुरूप परस्पर विश्वास की भावना को बढ़ा रहे हैं। वैश्विक स्तर पर उथल-पुथल के बावजूद भी देश प्रगति पथ पर अग्रसर है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्रामीण रंग पर्यटन संग राज्य स्तरीय उत्सव को संबोधित करते हुए यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
रेस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन के लिए वेबसाइट लॉन्च, प्रदशर्नी का अवलोकन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्रामीण पर्यटन पर केंद्रित गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ग्रामीण रंग पर्यटन संग उत्सव के अंतर्गत विभिन्न जिलों के प्रतिभागियों और संस्थाओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। साथ ही चाक पर मिट्टी की कलाकृतियां भी बनाई।
रिस्पांसिबल टूरिज्म मिशन के अंतर्गत माइक्राे साइट की ई–लॉन्चिंग
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्रामीण पर्यटन और होम स्टेस को अधिक व्यापकता और होम स्टे की ऑनलाइन बुकिंग सुविधा प्रदान करने के लिए रिस्पांसिबल टूरिज्म मिशन के अंतर्गत माइक्राे साइट की ई–लॉन्चिंग की गई। रिस्पांसिबल टूरिज्म मिशन वेबसाइट पर्यटन ग्रामों की डिजिटल झलक है, जहां पर्यटक ग्रामीण जीवन के विविध अनुभवों का आनंद ले सकते हैं। साथ ही प्रदेश के विभिन्न गांवों में निर्मित 241 होम-स्टे का वर्चुअल लोकार्पण भी किया।
पर्यटन को बढ़ावा देने हुए एमओयू
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की गरिमामयी उपस्थित में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने और आजीविका के अवसर सृजित के लिए 4 प्रमुख संस्थाओं के साथ एमओयू किए गए। ग्रामीण क्षेत्र में विकास, महिलाओं और वंचित वर्गों को सशक्त बनाने तथा होमस्टे क्लस्टर और पर्यटक ग्रामों में पर्यटन अधोसंरचना में सुधार के उद्देश्य से मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड (एमपीटीबी) और दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट (पतंजलि) के बीच एमओयू हुआ।
एमपीटीबी की ओर से प्रबंध संचालक श्री शुक्ला एवं दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट (पतंजलि) की ओर से वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. राजेश सक्सेना व डॉ. दीपिका भार्गव ने हस्ताक्षर किए। 61 पर्यटक गांवों में ऊर्जा दक्ष एलईडी या सौर चलित स्ट्रीट लाइट्स की स्थापना के लिए एमपीटीबी और सिग्निफाई इनोवेशंस इंडिया लिमिटेड के बीच एमओयू हुआ। सिग्निफाई इनोवेशंस इंडिया लिमिटेड की ओर से सीएसआर लीड राकेश सिंह ने हस्ताक्षर किए। प्रदेश में पर्यटन, फिल्म निर्माण और कौशल विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड और स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी (SGSU) के बीच एमओयू किया गया। स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी की ओर से वाइस चांसलर डॉ. विजय सिंह एवं रजिस्ट्रार डॉ. सितेश सिन्हा ने हस्ताक्षर किए। साथ ही, ग्रामीण होमस्टे को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर सशक्त बनाने और उन्हें OTA प्लेटफॉर्म्स (Online Travel Agencies) पर जोड़ने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड और मध्यप्रदेश स्टेट टूरिज्म डेवेलपमेंट कॉर्पोरेशन (MPSTDC) के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ। एमपीएसटीडीसी की ओर से मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. इलैया राजा टी. और एमपीटीबी की ओर से अपर प्रबंध संचालक सुश्री बिदिशा मुखर्जी ने हस्ताक्षर किए।
टूरिज्म को भी मिलेगा वेलनेस समिट का लाभ
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में जल्द ही उत्तराखंड की तर्ज पर स्टेट टूरिज्म बोर्ड के माध्यम से पर्यटकों के लिए हेलीकॉप्टर सर्विस शुरू की जाएगी। प्रदेश सरकार ने पर्यटकों के लिए वेलनेस सुविधाएं बढ़ाने के लिए समिट की है। वे यहां आएंगे तो उन्हें वन्य जीव पर्यटन, धार्मिक पर्यटन के साथ स्वास्थ्य सुविधाएं भी मिलेंगी। इससे प्रदेश का मेडिकल टूरिज्म बढ़ेगा और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा। प्रदेश टूरिज्म बोर्ड अपने दम पर विकास के पथ पर अग्रसर है। टूरिज्म बोर्ड के प्रचार-प्रसार के लिए तैयार की गई फिल्में अद्भुत थीं। नए सिरे से इनके उपयोग के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए। मध्यप्रदेश पर्यटन क्षेत्र में भारत ही नहीं दुनिया में शीर्ष स्थान प्राप्त करेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने होम-स्टे संचालकों से किया संवाद
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्रामीण पर्यटन परियोजना के अंतर्गत होम स्टे निर्माण के लक्ष्य की पूर्ति करने वाले 10 जिलों के कलेक्टर्स को सम्मानित किया। इसमें आगर मालवा के कलेक्टर राघवेंद्र सिंह, छतरपुर के कलेक्टर पार्थ जायसवाल, छिंदवाड़ा के कलेक्टर शीलेंद्र सिंह, नर्मदापुरम की कलेक्टर सुश्री सोनिया मीणा, मुरैना के कलेक्टर अंकित अस्थाना, निवाड़ी के कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़, पन्ना के कलेक्टर सुरेश कुमार, रीवा के कलेक्टर सुश्री प्रतिभा पाल, सीहोर के कलेक्टर बालागुरु के और सीधी के कलेक्टर एस. सोमवंशी को मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के 37 जिलों में होम-स्टे निर्मित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जिलों में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ाने में सहयोग प्रदान करने के लिए 16 ग्राम पंचायतों के सरपंच और डीएटीसीसी सहित संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधियों को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने छिंदवाड़ा समेत अन्य जिलों के होम-स्टे संचालकों से संवाद भी किया।
पर्यटकों की संख्या में हुई 526 प्रतिशत की वृद्धि
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में 2020 की तुलना में 2024 में 526 प्रतिशत अधिक पर्यटक आए। ओरछा, खजुराहो के अलावा प्रदेश में कान्हा, पेंच और बांधवगढ़ आने वालों की संख्या बढ़ी है। देश के 5 सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय उद्यानों में यह तीनों स्थान शामिल हैं। देश के राष्ट्रीय उद्यानों में कान्हा को शीर्ष स्थान मिला है। दुनिया में सबसे ज्यादा टाइगर (बाघ) भारत और भारत में सबसे ज्यादा टाइगर मध्यप्रदेश में हैं। यह प्रदेशवासियों के लिए गर्व का विषय है। प्रदेश में गिद्ध, मगरमच्छ, घड़ियाल सहित कई वन्यप्राणी भी मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर लगभग 241 होम-स्टे शुरू करना एक अभिनव प्रयास है। बांधवगढ़, कान्हा और पेंच राष्ट्रीय उद्यानों सहित अन्य जिलों के पर्यटन स्थलों पर होम-स्टे शुरू हो गए हैं। जहां पर्यटकों को ग्रामीण परिवेश, पारंपरिक भोजन, स्थानीय संस्कृति और गीत-संगीत का आनंद मिल रहा है।
प्रदेश में एक हजार होम-स्टे बनाने का लक्ष्य
पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र भावसिंह लोधी ने बताया कि पिछले साल 13 करोड़ 41 लाख से ज्यादा पर्यटकों का आगमन प्रदेश की धरती पर हुआ है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में पर्यटन विभाग नवाचारों के साथ पर्यटन को प्रोत्साहन दे रहा है। प्रदेश के 121 गांवों को चयनित कर 241 होम-स्टे तैयार करने का कार्य किया है। सरकार ने 1000 होम-स्टे बनाने का लक्ष्य तय किया है। भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्रामों को चिन्हित किया गया। गर्व का विषय है कि इन ग्रामों में पन्ना जिले के ग्राम मडला, निवाड़ी के लाड़पुरा खास और सीधी जिले के ग्राम खास को भी सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में हमारा लक्ष्य है कि विलेज टूरिज्म को बढ़ाते हुए हर ग्रामीण आत्मनिर्भर बने और मध्यप्रदेश पर्यटन में देश में नंबर-1 बने, इस दिशा में कार्य जारी है।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश के हर क्षेत्र में विकास हो रहा है। हर सेक्टर की विशेषताओं (यूएसपी) को देखते हुए नागरिकों को प्रशिक्षित कर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी रहा है। टूरिज्म को गति प्रदान करने में होम-स्टे एक अभिनव प्रयास है।
दिव्यांग भाई-बहनों के लिए टूरिज्म डेस्टिनेशन पर सुविधाओं का किया जा रहा है विकास
प्रमुख सचिव पर्यटन शिव शेखर शुक्ला ने रेस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश पर्यटन निगम, मिशन मोड में ग्रामीण परिवेश में होम-स्टे बनाने, ग्रामीणों को आतिथ्य का प्रशिक्षण देने और सुविधाएं विकसित करने जैसे कार्य कर रहा है। दस हजार महिलाओं को हॉस्पिटेलिटी की ट्रेनिंग दी गई है। साथ ही स्व-सहायता समूह की महिलाएं और कारीगर कलाकृतियां तैयार कर रहे हैं, जिन्हें पर्यटक खरीदकर साथ लेकर जाते हैं और इन कृतियों के लिए देशभर के प्रतिष्ठित होटल्स से ऑर्डर मिल रहे हैं। गांव में टूरिज्म को बढ़ाने में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग का सहयोग भी टूरिज्म बोर्ड को मिल रहा है। दिव्यांग भाई-बहनों के लिए टूरिज्म डेस्टिनेशन पर सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। पर्यटन स्थलों को स्वच्छ बनाए रखने के लिए सीएसआर फंड्स की मदद ली जा रही है।
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कार्यक्रम के पहले, प्रदेश के विभिन्न जिलों के प्रतिभागी और संस्थाएं आर्ट एंड क्राफ्ट के उत्कृष्ट उत्पादों जैसे क्लेआर्ट, माड़ना, चितेरा, बैम्बू शिल्प, हैण्डब्लॉक, गोंड पेंटिंग, हैंडलूम एवं हैंडीक्राफ्ट टैक्सटाइल्स आदि की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कलाकारों से उत्पादों की जानकारी ली और उनका उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, प्रमुख सचिव ग्रामीण विकास श्रीमती दीपाली रस्तोगी के साथ–साथ पर्यटन क्षेत्र के हितधारक, परियोजना सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि, ग्राम पंचायतों के सरपंच, होम स्टे संचालक एवं महिलाएं उपस्थित रहें।
इन जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद का सम्मान
ग्रामीण पर्यटन परियोजना में सहयोग एवं योगदान देने वाल 3 जिला पुरातत्व एवं संस्कृति परिषद को सम्मानित किया गया। इसमें निवाड़ी कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़, छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह और खरगोन के तकनीकी सहायक नीरज अमझरे को सम्मानित किया गया।
मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (MPSTDC) के क्षेत्रीय प्रबंधकों का सम्मान
ग्रामीण पर्यटन परियोजना में सराहनीय कार्यों हेतु MPSTDC के 2 क्षेत्रीय प्रबंधकों का सम्मान किया गया। इंदौर के क्षेत्रीय प्रबंधक अजय श्रीवास्तव और जबलपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक संजय मल्होत्रा को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।
परियोजना सहयोगी संस्था (PSO) प्रमुखों का सम्मान
परियोजना सहयोगी संस्थाएं ग्राम स्तर पर ग्रामीण पर्यटन परियोजना के सुचारू क्रियान्वयन हेतु सक्रिय रूप से कार्यशील हैं। 8 संस्थाएं ऐसी हैं, जिन्होंने अपने कार्यक्षेत्र में होम स्टे निर्माण का शत प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण कर लिया। कार्यक्रम में प्रतीक स्वरूप 2 संस्थाओं को सम्मानित किया गया। आईजेएस संस्था के सीओओ आर. एस. सोलंकी और हरितिका संस्था के कार्यकारी निदेशक अवनी मोहन सिंह को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि वाले ग्रामों के सरपंचों का सम्मान
ग्रामीण पर्यटन परियोजना के सुचारू संचालन में प्रदेश के 16 सरपंचों का योगदान महत्वपूर्ण रहा। प्रतीक स्वरूप 3 सरपंचों काे सम्मानित किया गया। इनमें सीधी में ग्राम खोखरा की श्रीमती पार्वती सिंह गाैड़, छतरपुर में ग्राम धमना की श्रीमती क्रांति साहू और आगर में ग्राम भानपुरा के सरपंच राकेश गुर्जर को सम्मानित किया गया।
6 बेस्ट होम स्टे (3 ग्रामीण व 3 अर्बन होमस्टे) अवार्ड
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा पर्यटन एवं हॉस्पिटैलिटी के विभिन्न पहलुओं जैसे आतिथ्य सत्कार, पर्यटक अनुकूल वातावरण, सकारात्मक विज़िटर फीडबैक आदि के आधार पर आयोजित प्रतियोगिता के अंतर्गत 03 ग्रामीण होमस्टे एवं 03 शहरी होमस्टे को पुरस्कार प्रदान किए गए। कार्यक्रम में बेस्ट होमस्टे का पुरस्कार ग्रैंड होमस्टे उमरिया के शरद दीक्षित को,
बेस्ट बेड एंड ब्रेकफास्ट का पुरस्कार सुरवाही सोशल ईको एस्टेट, बालाघाट के अंकित रस्तोगी को और बेस्ट फार्मस्टे का पुरस्कार बुंदेली कोठी टीकमगढ़ की श्रीमती साक्षी सिंह को प्रदान किया गया। इसी तरह बेस्ट ग्राम स्टे श्रेणी में प्रथम पुरस्कार महुआ होमस्टे, लाड़पुरा खास, निवाड़ी की श्रीमती कमला शर्मा को, द्वितीय पुरस्कार कमला होमस्टे, राधापुर, निवाड़ी की श्रीमती कमला कुशवाहा को और गिरजा होम स्टे, खारी, सीहोर की श्रीमती गिरिजा बाई को प्रदान किया गया।
ग्राम के पहले होम स्टे को किट का वितरण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश के 60 ग्रामों में अपने ग्राम का पहला ग्राम स्टे तैयार करने वाले होम स्टे स्वामियों का सम्मान किया गया। प्रतीक स्वरूप 6 होम स्टे संचालकों को किट का वितरण किया गया। जिसमें जिला उमरिया के ग्राम मरईकला के श्रीमती रामकली सिंह जगदीश सिंह को, जिला अशोक नगर के ग्राम विक्रमपुर के अंशुल सिंह बुंदेला को, जिला छतरपुर के ग्राम बसाटा के रामचरण पाल, जिला बैतूल के ग्राम बांचा की श्रीमती निशा उइके/ गणेश उइके, जिला अलीराजपुर के ग्राम सकरजा की श्रीमती झिलनी/ गमर सिंह और जिला रायसेन के ग्राम गाडरखेड़ी के झलकन सिंह अहिरवार शामिल है।
इनका भी सम्मान
ग्रामीण पर्यटन परियोजना में होम स्टे के निर्माण में तकनीकी सहयोग प्रदान करने वाली हुनरशाला, भुज का सम्मान किया गया। संस्था की ओर से संस्था प्रमुख श्री महावीर आचार्य ने पुरस्कार प्राप्त किया। इसी प्रकार मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड की क्लीन डेस्टिनेशन परियोजना, अनंदना : कोका–कोला इंडिया फाउंडेशन एवं संस्था साहस के सहयोग से पन्ना के चयनित 30 ग्रामों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई। इस परियोजना के माध्यम से पन्ना जिले के नेशनल पार्क के आसपास 30 ग्रामों को मॉडल ग्राम के रूप में विकसित करते हुए पूर्ण रूप से कचरा प्रबंधन के लिए सशक्त बनाया गया। इस पर फाउंडेशन के निदेशक श्री राजीव गुप्ता को सम्मानित किया गया।