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बच्चा न होने पर डॉक्टर पति ने भेजा तलाक का नोटिस, पत्नी ने की आत्महत्या; सुसाइड नोट में लिखा-बहुत कुछ लिखना चाहती थी, पर पति ने सुसाइड के अलावा किसी लायक नहीं छोड़ा

बच्चा न होने पर डॉक्टर पति ने भेजा तलाक का नोटिस, पत्नी ने की आत्महत्या; सुसाइड नोट में लिखा-‘बहुत कुछ लिखना चाहती थी, पर पति ने सुसाइड के अलावा किसी लायक नहीं छोड़ा

भोपाल। बच्चा न होने पर डॉक्टर पति ने भेजा तलाक का नोटिस, पत्नी ने की आत्महत्या; सुसाइड नोट में लिखा-‘बहुत कुछ लिखना चाहती थी, पर पति ने सुसाइड के अलावा किसी लायक नहीं छोड़ा।

अयोध्यानगर बायपास स्थित तिरूपति एमएल हाइराइज सोसायटी में 35 वर्षीय किरण मीणा ने बुधवार शाम फांसी लगा ली।

शादी के 14 साल बाद तक संतान न होने को लेकर उसका पति और ससुराल पक्ष प्रताड़ित कर रहे थे। कुछ दिन पहले उसे पति ने तलाक का नोटिस भी भेजा था।

महिला ने यह कदम उठाने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें पति, देवर, मां, तीन ननद, एक पति की महिला मित्र और एक चचेरी बहन पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाते हुए लिखा है कि ससुराल जन पति की दूसरी शादी करना चाहते हैं और वह अब बेइज्जती बर्दाश्त नहीं कर सकती है। पुलिस के अनुसार किरण मीणा की शादी आयुर्वेदिक डॉक्टर संजय देशवाली से हुई थी।

ससुराल के लोग परेशान करते थे

दोनों की कोई संतान नहीं होने के कारण ससुराल के लोग परेशान करते थे। पति संजय की दो महिलाओं से भी दोस्ती भी थी। पति अप्रैल 2025 में उसे बिना बताए घर से भाग भी गया था, जिसकी थाने में शिकायत भी की थी, परेशान होकर किरण अपने मायके में आकर रहने लगी थी, कभी कभी वह सुसराल चली जाती थी, बुधवार शाम को वह अपने पति मिलने अयोध्या बायपास स्थित घर पहुंची थी।

शाम छह बजे किरण के भाई ने उसे फोन किया तो जवाब नहीं मिला। परेशान होकर वह बहन की ससुराल पहुंचा तो बेडरूम में किरण फांसी के फंदे लटकी मिली। टीआइ महेश लिल्हारे ने बताया कि मोबाइल के जब्त किया है, उसमें सुसाइड नोट लाक का पैटर्न लिखा है।

मेरे आखिरी शब्द…

‘मैं लिखना तो बहुत चाहती हूं, लेकिन पति और ससुराल वालों ने उसे केवल सुसाइड नोट लिखने लायक छोड़ा है। मेरी मौत के जिम्मेदार पति संजय देशवाली, उसका भाई दुर्गा प्रसाद, मां कल्लो बाई, बहनें मथुरा, लता, ममता, उसकी महिला मित्र और कजिन हैं। संतान नहीं होने को लेकर पति का परिवार टार्चर करता है। वह पति की दूसरी शादी कराने पर तुले हैं, परिवार वाले पति से तलाक चाहते हैं। अब मैं और बेइज्जती बर्दाश्त नहीं कर सकती, इसलिए यह कदम उठाने जा रही हूं। मेरा शव, सारा सामान और इस फ्लैट की चाबी मेरे मम्मी-पापा को दे देना। मेरे मरने के बाद मेरी हर चीज पर मम्मी और पापा का हक होगा। लव यू मम्मी पापा। सब अपना ख्याल रखना। मैं एक बहुत बुरी बेटी हूं…सारी। मेरा अंतिम संस्कार सिर्फ अपनी बेटी के रूप में करना, मेरे ही पैसों का इस्तेमाल कर अंतिम संस्कार करना। स्कूटी पी-1 पार्किंग में है।

 

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