Sushant Singh Rajput Death Case: सीबीआइ जांच के ‘सुप्रीम’ फैसले के बाद महाराष्ट्र में गरमाई सियासत

मुंबई। Sushant Singh Rajput Death Case, बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मौत के मामले में अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच होगी। सुप्रीम कोर्ट ने आज यह अहम फैसला सुनाया है। सुशांत सिंह राजपूत मामले में सुप्रीम कोर्ट के सीबीआई जांच के फैसले से महाराष्ट्र सरकार को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, महाराष्ट्र सरकार लगातार इस मामले में सीबीआई जांच का विरोध कर रही। उसका कहना था कि यह मामला मुंबई पुलिस के पास ही रहने दिया जाए।
बता दें कि आज सुशांत सिंह राजपूत की मौत के सिलसिले में पटना में दर्ज केस को मुंबई ट्रांसफर करने के लिए एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया। फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया कि मामले की आगे की जांच CBI करेगी। कोर्ट ने इस दौरान पटना में दर्ज FIR को सही ठहराया है।
अब इस मामले में महाराष्ट्र सरकार बैकफुट पर दिखाई दे रही है। इस बीच, सुशांत सिंह राजपूत मामले में सीबीआइ जांच के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर राजनीति गरमा रही है। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कोर्ट के फैसले पर अपनी खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि अब महाराष्ट्र सरकार को इस बात पर गहन विचार करना चाहिए कि आखिर सुशांत सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला राज्य में संभाला गया।
इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने भी इस मामले में सीबीआइ जांच के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सरकार में जो लोग कानून जानते हैं, मुंबई पुलिस आयुक्त या हमारे महाधिवक्ता इसके बारे में बात कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिप्पणी करना मेरे लिए फिट नहीं है। उन्होंने साथ ही कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला दिया है, इस पर राजनीतिक टिप्पणी करना सही नहीं है। हमारे राज्य की न्याय प्रणाली हमेशा देश में सर्वश्रेष्ठ रही है, यहां कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और सभी को न्याय देना हमारा आदर्श है।
सुशांत मामले पर सवालों से घिरी उद्धव सरकार के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है, एक बार जब हम इस आदेश की एक प्रति प्राप्त करेंगे, उसके बाद हम इस पर टिप्पणी करेंगे।
इस बीच सुशांत मामले की सीबीआइ जांच के फैसले के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार के नाती पार्थ पवार ने बड़ा बयान देते हुए इसे ‘सत्यमेव जयते'(सत्य की जीत) बताया है। पार्थ पवार, जिन्हें एनसीपी ने सार्वजनिक रूप से बैन कर रखा है। उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग के लिए हाल ही में ट्वीट किया था। वह महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के बड़े बेटे हैं, जो शरद पवार के भतीजे हैं।