शौकत मीर Vs पाकिस्तान: 35 मांगों पर सन्नाटा, सेना के बावजूद नहीं टूटा लॉकडाउन

शौकत मीर Vs पाकिस्तान: 35 मांगों पर सन्नाटा, सेना के बावजूद नहीं टूटा लॉकडाउन। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सरकार वर्सेज आम नागरिकों के बीच का बवाल बढ़ता जा रहा है. सिचुएशन कंट्रोल करने के लिए इस्लामाबाद से 3000 जवान पीओके भेजे गए हैं।
शौकत मीर Vs पाकिस्तान: 35 मांगों पर सन्नाटा, सेना के बावजूद नहीं टूटा लॉकडाउन
इसके बावजूद मुनीर आर्मी पीओके में लॉकडाउन को खत्म नहीं करा पाई है। यह लॉकडाउन पाकिस्तान कश्मीर पब्लिक एक्शन कमेटी के अध्यक्ष शौकत नवाज मीर की अपील पर लगा है।
मीर के नेतृत्व में एक्शन कमेटी सरकार से 35 मांगों पर जवाब चाह रही है, जिसका जवाब देने की बजाय पाकिस्तान की सरकार सेना के साथ मिलकर विद्रोह को दबाने में जुटी है. हालांकि, अब तक उसे पीओके में सफलता नहीं मिल पाई है।
कौन हैं शौकत नवाज मीर?
पीओके स्थित कश्मीर यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी करने के बाद शौकत मीर सामाजिक क्षेत्र में आ गए. ट्रेड यूनियन और अन्य संस्थाओं के जरिए उन्होंने पूरे पीओके में अपना दबदबा बढ़ाया. 2024 में शौकत ने महंगाई को लेकर पीओके में विरोध-प्रदर्शन किया था।
इसका नतीजा यह था कि उस वक्त सराकर को आटे के दामों में कमी करने का फैसला लेना पड़ा. शौकत शुरुआत में कमेटी के सदस्य थे, लेकिन अपने बोलने और रणनीतिक कुशलता की वजह से अब एक्शन कमेटी के प्रमुख बन गए।
इस कमेटी में पीओके की कई राजनीतिक पार्टियां और बड़े लोग शामिल हैं. कमेटी की जो मुख्य मांगें हैं, उनमें सबसे प्रमुख पीओके में वीआईपी कल्चर को खत्म करना है।
इसी साल शुरुआत में सरकार के शह पर पीओके हाई कोर्ट ने मीर को ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला सुनाया था. मीर इसके बाद से ही एक्शन कमेटी में काफी एक्टिव हैं।
मीर की अपील पर लॉकडाउन
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक शौकत नवाज मीर ने 28 सितंबर को मुजफ्फराबाद के लोगों से लाल चौक पर आने की अपील की. इस अपील के बाद करीब 10 हजार से ज्यादा लोग पीओके के लाल चौक पर जुटे. यहां पर मीर ने 17 मिनट का भाषण दिया।
मीर ने कहा कि हम अनिश्चितकाल के लिए लॉकडाउन लगाने जा रहे हैं. सरकार हमारी मांगों को नहीं मान रही है. उलटे हमें मारने के लिए दौड़ रही है. सेना की गोलीबारी में पीओके में 2 लोगों के मरने की खबर है।
इसके बाद पूरे पीओके में लॉकडाउन जैसी स्थिति बन गई है. वो भी तब, जब मुनीर आर्मी मुजफ्फराबाद में मौजूद है. जनता के समर्थन की वजह से मुनीर आर्मी मीर और पीओके के लोगों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले पा रही है।