
कटनी। शहर के सुभाष चौक स्थित साधूराम स्कूल परिसर में चल रहे साहित्य महोत्सव एवं पुस्तक मेले के तीसरे दिन कार्यक्रमों की श्रृंखला वीर बाल दिवस को समर्पित रही। इस अवसर पर गुरुवाणी कार्यक्रम, सिंधी भाषा महोत्सव, कवि सम्मेलन तथा देशभक्ति से ओत-प्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने पूरे परिसर को आध्यात्मिक और राष्ट्रभक्ति के भाव से भर दिया।
कार्यक्रम में गुरु तेग बहादुर जी की शहीदी के 350वें वर्ष पर विशेष उद्बोधन हुए। इसी क्रम में गुरु तेग बहादुर जी के जीवन और बलिदान पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया गया, जिसे बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने सराहा।
मुख्य वक्ता के रूप में रानी अवंतीबाई लोधी विश्वविद्यालय, सागर के कुलगुरु डॉ. विनोद मिश्रा ने अपने उद्बोधन में जीवन मूल्यों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मूल्य तत्वों को समझे बिना जीवन के अन्य सभी पक्ष अर्थहीन हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि चाहे राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक या आध्यात्मिक क्षेत्र हो, यदि मूल्यों से विचलन होता है तो व्यवस्थाएं गड़बड़ा जाती हैं।
मंचासीन वक्ता इंद्रजीत सिंह वीर दी ने कहा कि धर्म और न्याय की रक्षा के लिए भक्ति के साथ शक्ति का संतुलित उपयोग आवश्यक है। उन्होंने अन्याय के विरुद्ध संघर्ष में शक्ति के महत्व को रेखांकित किया।
प्रमुख अतिथि के रूप में नोएडा (दिल्ली) से आए वरिष्ठ लेखक श्री अवधेश झा ने साहित्य और इतिहास की परिभाषा पर गंभीर विचार रखे। उन्होंने कहा कि साहित्य किसी निर्वात में उत्पन्न नहीं होता, बल्कि देशकाल और परिस्थितियों से जन्म लेता है। उन्होंने 1947 के बाद साहित्य की परिभाषा में आए बदलावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि तुलसीदास, कबीरदास, सूरदास जैसे संत कवियों को साहित्यकार और महर्षि वेदव्यास जैसे महान रचनाकारों को इतिहासकार न मानने की प्रवृत्ति एक सोचा-समझा वातावरण है। उन्होंने श्रीमद्भगवद् के संदर्भ में भारतीय ज्ञान परंपरा की गहराई को रेखांकित किया।
कार्यक्रम के दौरान सिंधी कवि सम्मेलन, भाषा महोत्सव और देशभक्ति नृत्यों ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
चौथे दिवस का कार्यक्रम
साहित्य महोत्सव एवं पुस्तक मेले के चौथे दिन, 27 दिसंबर को शाम 5 बजे से पुस्तक विमोचन एवं सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य श्री प्रियंक कानूनगो प्रमुख अतिथि के रूप में शामिल होंगे, जबकि महाकौशल के सह प्रांत प्रचार प्रमुख श्री शिवनारायण पटैल मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करेंगे।







