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दसवीं बार फिर बिहार में बनेगी नीतीश सरकार!; NDA का पुराना फार्मूला लागू-सहयोगियों को भी हिस्सेदारी

दसवीं बार फिर बिहार में बनेगी नीतीश सरकार!; NDA का पुराना फार्मूला लागू-सहयोगियों को भी हिस्सेदारी

दसवीं बार फिर बिहार में बनेगी नीतीश सरकार!; NDA का पुराना फार्मूला लागू-सहयोगियों को भी हिस्सेदारी। बिहार में सरकार गठन के फॉर्मूले पर भाजपा और जदयू में सहमति बन गई है। नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ शनिवार देर रात जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की बैठक में छह विधायक पर एक मंत्री के फॉर्मूले पर आगे बढ़ने का फैसला हुआ।
दसवीं बार फिर बिहार में बनेगी नीतीश सरकार!; NDA का पुराना फार्मूला लागू-सहयोगियों को भी हिस्सेदारी

लोजपा (आर) के साथ छह विधायक से कम संख्या वाली हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) को भी सरकार में प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा नेतृत्व ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगियों चिराग पासवान, जीतनराम मांझी व उपेंद्र कुशवाहा से भी चर्चा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर रविवार को आला नेताओं की बैठक में नई सरकार की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया। लोजपा (आर) के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि सरकार को लेकर बातचीत चल रही है।

 

आज देंगे इस्तीफा, 20 को शपथ संभव

नीतीश ने सोमवार सुबह मंत्रिपरिषद की अंतिम बैठक बुलाई है। इसके बाद वह राज्यपाल को इस्तीफा सौंप देंगे। मंगल या बुधवार को एनडीए विधायक दल की बैठक में उन्हें नेता चुना जाएगा और बृहस्पतिवार को नई सरकार का गठन हो सकता है। शपथ समारोह पटना के गांधी मैदान में होगा। 17 से 20 तारीख तक मैदान में आम लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है।

 

किस पार्टी के खाते में कितने मंत्रालय?

89 सीटों वाली भाजपा के हिस्से में 15, 85 सीटों वाले जदयू के 14, 19 सीटों वाली लोजपा (आर) के तीन और हम व आरएलएम के हिस्से में एक-एक मंत्री पद आएगा। भाजपा पहले की तरह दो डिप्टी सीएम बनाएगी। जीत के सूत्रधार रही महिला बिरादरी से डिप्टी सीएम हो सकती है। अब सबसे पहले पांच पांडव, यानी भाजपा, जदयू, लोजपा-आर, हम व आरएलएम अपने विधायक दल के नेता का चुनाव करेंगे। फिर एनडीए की बैठक में सीएम चुना जाएगा।

विभाग बंटवारे पर एक और बैठक

सरकार गठन के बाद विभागों के बंटवारे पर मंथन होगा। सूत्रों का कहना है, नीतीश पहले की तरह गृह विभाग और प्रशासन अपने पास ही रखेंगे। वित्त विभाग पहले की तरह भाजपा के पास होगा। अन्य विभागों पर राजग के सहयोगी दलों के नेतृत्व के बीच एक दौर की और बैठक होगी।

नीतीश के नेतृत्व पर संशय नहीं

भाजपा नेतृत्व बिहार में गठबंधन की स्थिरता को लेकर कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहता। उन्हें पता है कि नीतीश कुमार का अनुभव और प्रशासकीय संतुलन ही गठबंधन का स्थिर विकल्प है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा, कहकर संशय की परत अवश्य छोड़ी, पर पार्टी में स्पष्टता है कि नीतीश के साथ ही आगे बढ़ा जाए।

महिलाओं को भी मिलेंगे मंत्रालय

चिराग ने नीतीश से मिलकर साफ कर दिया कि वही सरकार का नेतृत्व करेंगे। इससे जदयू खेमे में माहौल बेहद सकारात्मक है। छोटे सहयोगियों के लिए नीतीश साझा स्वीकार्य चेहरा हैं, क्योंकि उनके रहते गठबंधन में टकराव की गुंजाइश कम रहती है। नई सरकार में सात महिलाओं को मंत्री बनाया जा सकता है। चुनाव में एनडीए को महिलाओं को बढ़-चढ़ कर वोट दिया, इसलिए उनकी भागीदारी बढ़ाई जा रही है।

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