FEATUREDमध्यप्रदेश

MTF की ठगी कई देशों में: 39 लाख रुपये कराए गए फ्रीज

MTF की ठगी कई देशों में: 39 लाख रुपये कराए गए फ्रीज एसपी राहुल कुमार लोढा ने रविवार को पत्रकारवार्ता में पूरे फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए बताया कि एमटीएफई को लेकर बांग्लादेश, श्रीलंका, सिंगापुर, मलेशिया आदि देशों में वहां की जांच एजेंसियां धोखाधड़ी की जांच कर रही हैं।

। कम समय में अधिक लाभ का लालच देकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाली एमटीएफई कंपनी ने भारत के अलावा सिंगापुर, श्रीलंका सहित अन्य कई देशों में भी लोगों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़़ी की है। मप्र की रतलाम पुलिस ने देश में पहली बार इस फर्जी ट्रेडिंग नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय माड्यूल का खुलासा किया है। पुलिस ने लोगों से ठगे गए करीब 39 लाख रुपये बैंक खाते में फ्रीज कराए हैं। इसी बीच 23 सितंबर को एमटीएफई से जुड़ी कंपनी कलिन स्कैम प्राइवेट लि. के संचालक आरोपित 41 वर्षीय योगानंदा बांबोरे पुत्र चंद्रशेखर राव निवासी ललिता गौरी, जयानगर, बेंगलुरु (कर्नाटक) को भी गिरफ्तार किया गया है।

प्रारंभिक पूछताछ में उसने जावरा में गिरफ्तार किए गए आरोपित हुजैफा जमाली निवासी नीमच के साथ मिलकर एमटीएफई कंपनी से वित्तीय लेनदेन करना स्वीकार किया है। आगे ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियां भी जांच में शामिल हो सकती हैं।

एसपी राहुल कुमार लोढा ने रविवार को पत्रकारवार्ता में पूरे फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए बताया कि एमटीएफई को लेकर बांग्लादेश, श्रीलंका, सिंगापुर, मलेशिया आदि देशों में वहां की जांच एजेंसियां धोखाधड़ी की जांच कर रही हैं। लोगों को विश्वास दिलाने के लिए एमटीएफई ने श्रीलंका क्रिकेट प्रीमियर लीग 2023 में भी विज्ञापन बोर्ड दिखाकर प्रचार-प्रसार किया था।

भारत में अब तक 10 लाख 68 हजार से भी ज्यादा लोगों के एकाउंट होने की जानकारी सामने आई है। रुपयों का फ्लो दिखाने के लिए फर्जी वीडियो भी बनाकर लोगों तक पहुंचाए गए, जबकि एमटीएफई के खातों में एक, दो या पांच डालर से ज्यादा नहीं हैं। वीडियो में जो राशि दिखाई जाती है, वह उनकी न होकर बायनेंस कंपनी की है। धोखाधड़ी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बड़ा रोल है। निवेशक जब एआइ मोड आन करके निवेश करता है तो वह बिना जाने सारे कंट्रोल एमटीएफई को दे देता है।

एमटीएफई अपने अधिकारों का उपयोग कर लोगों का रुपया अपने स्वयं के खाते में ट्रांसफर कर लेती है। एसपी ने बताया कि एक माह पहले जावरा में कंपनी से जुड़े कुछ लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था। तीन दिन पहले फरियादी अशरफ अली ने स्थानीय स्टेशन रोड थाने पर कंपनी के सीईओ आरोपित 36 वर्षीय गोविंद सिंह चंद्रावत पुत्र रतनसिंह चंद्रावत निवासी ग्राम तुमरी जिला मंदसौर व एजेंट 40 वर्षीय संदीप टांक पुत्र फकीर चंद्र टांक निवासी प्रतापगढ़ (राजस्थान) के खिलाफ कई लोगों के साथ 26.50 लाख रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी करने का प्रकरण दर्ज कराया।

पुलिस ने दोनों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया था। इसी दौरान रतलाम जानकारी लेने पहुंचे कलिन स्कैम के संचालक योगानंदा को भी गिरफ्तार किया गया। स्टेशन रोड थाना पुलिस ने गोविंद सिंह व संदीप टांक को न्यायालय में पेश कर 30 सितंबर तक रिमांड पर लिया है, जबकि जावरा औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने योगानंदा को 25 सितंबर तक रिमांड पर लिया है।

Back to top button