
मुंबई। दक्षिण-पश्चिम मानसून (Monsoon 2025) महाराष्ट्र पहुंच गया है और मुंबई सहित कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि महाराष्ट्र में तटीय कोंकण में भी पिछले दो दिनों से भारी प्री-मानसून बारिश हो रही है।
मुंबई के आठ मौसम केंद्र रेड अलर्ट पर हैं – बोरीवली, सांताक्रूज़, पवई, मुलुंड, चेंबूर, वर्ली, कोलाबा और अलीबाग। नवी मुंबई, ठाणे और कल्याण के मौसम केंद्र ऑरेंज अलर्ट पर हैं।
इसी तरह भारी बारिश की चेतावनी के बाद रायगढ़ जिले में रेड अलर्ट है। आईएमडी ने सोमवार को मध्यम गरज और भारी बारिश के साथ अधिकतम सतही हवा की गति का अनुमान लगाया है। ठाणे और पालघर जिले में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।
राज्य में 35 वर्षों में पहली बार इतनी जल्दी मानसून का आगमन हुआ है। दक्षिण-पश्चिम मानसून आमतौर पर सात जून के आसपास महाराष्ट्र और 11 जून को मुंबई पहुंचता है। मौसम विभाग ने कोंकण और पश्चिमी महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों को लेकर अगले कुछ दिनों के लिए अलर्ट जारी किया है जिसमें अत्यधिक बारिश की चेतावनी दी गई है।
मध्य प्रदेश में कब से शुरू होगी मानसून की बारिश
- मध्य प्रदेश में मुंबई के रास्ते मानसून का प्रवेश होता है। भोपाल में मौसम विभाग की अधिकारी दिव्या सुरेंद्रन ने बताया कि जिस तरह से मानसून आगे बढ़ रहा है, मध्य प्रदेश में जून के पहले हफ्ते से बारिश होने लगेगी।
- गौरतलब है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने शनिवार को केरल में दस्तक दी थी। वर्ष 2009 के बाद से राज्य में इसका सबसे जल्दी आगमन है। 2009 में यह 23 मई को दक्षिणी राज्य केरल में पहुंचा था।
- आम तौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून एक जून को केरल में दस्तक देता है और आठ जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है।
आने वाले दिनों में यहां जारी होगी बारिश
मौसम विभाग ने यह भी बताया कि मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मुंबई सहित महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, बेंगलुरु सहित समूचे कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के शेष हिस्सों, पश्चिम-मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों तथा अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ और हिस्सों में भी इसके आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।