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काबा शरीफ के अंदर क्यों नहीं हैं बल्ब? जानिए इस रहस्यमय सादगी की वजह

काबा शरीफ के अंदर क्यों नहीं हैं बल्ब? जानिए इस रहस्यमय सादगी की वजह

काबा शरीफ के अंदर क्यों नहीं हैं बल्ब? जानिए इस रहस्यमय सादगी की वजह। सऊदी अरब के शहर मक्का में इतनी टैक्नोलॉजी है, फिर भी काबा शरीफ के अंदर एक बल्ब तक नहीं लगाया गया, आखिर क्यों? मस्जिद-ए-हरम में हजारों एलईडी लाइट्स लगी हैं, लेकिन काबा शरीफ के अंदर आज भी एक बल्ब नहीं है।

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काबा शरीफ के अंदर क्यों नहीं हैं बल्ब? जानिए इस रहस्यमय सादगी की वजह

काबा इस्लाम धर्म की सबसे मुकद्दस जगहों में से एक है, जो सऊदी अरब के शहर मक्का में है. हर साल लाखों की तादाद में मुसलमान हज करने मक्का जाते हैं और वहां मौजूद पाक काबा का चक्कर लगाते हैं.

पवित्र काबा से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं, जो लोगों को अट्रैक्ट करती हैं. इन्हीं में से एक है काबा के अंदर बल्ब न होना. अक्सर लोगों के मन में सवाल आता है कि आखिर काबा शरीफ के अंदर कोई लाइट क्यों नहीं लगाई गई है.

काबा के अंदर एक भी बल्ब न होना कोई भूल नहीं, बल्कि यह सऊदी अरब सरकार का सोच समझकर लिया गया फैसला है. इसके अंदर बल्ब न लगाए जाने के पीछे की वजह इसकी पवित्रता मानी जाती है।

काबा शरीफ इस्लाम धर्म का सबसे मुकद्दस मकाम है. काबा को सादा, पाक और रुहानी रखना ही मकसद है. जब कोई खास मेहमान काबा के अंदर जाता है तो उसके लिए रोशनी भी बाहर से दी जाती है.

साल में दो बार साफ-सफाई और खुशबू के लिए काबा शरीफ का दरवाजा खोला जाता है, जिसे गुसल-ए-काबा कहा जाता है. इस दौरान काबा के दरवाजे के बाहर ही एक बल्ब टांग दिया जाता है और सफाई के बाद इसे उतार दिया जाता है.

काबा शरीफ को 683 ईस्वी में बनवाया गया था और उस दौर में बल्ब या लाइट नहीं हुआ करते थे. तब से लेकर अभी तक काबा की उन्हीं सदियों पुरानी परंपराओं को निभाया जा रहा है। काबा शरीफ के अंदर क्यों नहीं हैं बल्ब? जानिए इस रहस्यमय सादगी की वजह

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