Katni : मायके से ससुराल लौटी युवती फांसी पर झूली पुलिस मर्ग कायम कर रही मामले की जांच

कटनी/रीठी। रीठी थाना अंतर्गत ग्राम कुपिया में मायके से ससुराल आई एक 30 वर्षीय विवाहिता के द्धारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली गई। आत्महत्या के कारणों का खुलासाा नहीं हो सका है। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है। इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम कुपिया निवासी 30 वर्षीय सियाबाई गौड़ के पति की दो वर्ष पूर्व बीमारी के कारण मौत हो गई थी। सियाबाई सास-ससुर से अलग रहती थी।
वह कुछ दिनों के लिए अपने मायके दमोह जिले के बांदकपुर थाना अंतर्गत ग्राम बंदरकोट गई थी तथा वह 3 मार्च को ही मायके से ससुराल कुपिया आई थी। बताया जाता है कि 4 मार्च की सुबह जब बच्चे नींद से जागे तो उन्हे मां सियाबाई फांसी के फंदे पर लटकते हुए दिखी।
बच्चों के रोने की आवाज सुनकर आसपास पड़ोस के लोग मदद के लिए दौड़े। ग्रामीणों से सूचना मिली तो पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को परीक्षण के लिए रीठी अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है।
अचानक हादसे से मायके पक्ष को संदेह
वही मायके पक्ष के पारिवारिक भाई गणेश सिंह ने बताया कि सियाबाई ने कभी भी किसी प्रकार की तकलीफ होने की बात नही बताई न ही कभी किसी प्रकार की शिकायत उसके द्धारा की गई। यह बात और है कि सियाबाई ने मायके से ससुराल आते वक्त रोते हुए यह जरूर कहा था कि अब वह अभी भी मायके नहीं आएगी। मामले में कुछ संदेह है। इसलिए पुलिस को मामले की जांच गंभीरता से करना चाहिए।
पीएम के लिए घंटों होता रहा महिला चिकित्सक का इंतजार
मृतका सिया बाई का शव पोस्टमार्टम के लिये सुबह 11 बजे रीठी के सामुदायिक स्वास्थ्य कें्रद भेज दिया गया था। पोस्टमार्टम महिला चिकित्सक को करना था पर रीठी में महिला चिकित्सक उपलब्ध नहीं थी। सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक परिजन महिला चिकित्सक का इंतजार करते रहे। 4 बजे महिला चिकित्सक पहुंची तब जाकर शव का पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम के बाद शव ले जाने के लिये शव वाहन उपलब्ध होने के बाद भी नहीं दिया गया , कहा गया कि वाहन चालक नहीं है। बाद में परिजन अमले ऑटो से शव लेकर गांव पहुंचे।