Indian Railway Train Cancelled: महाकौशल, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें रहेंगी रद्द, गोंडवाना एक्सप्रेस के लिए आया बड़ा अपडेट

Indian Railway Train Cancelled: महाकौशल, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें रहेंगी रद्द, गोंडवाना एक्सप्रेस के लिए आया बड़ा अपडेट
कटनी(विवेक शुक्ला)। जबलपुर से दिल्ली जाने वाली तीन प्रमुख ट्रेनों को रेलवे ने रद्द करने का निर्णय लिया है। इसमें दो ट्रेनें ऐसी हैं जो कटनी जंक्शन व कटनी मुड़वारा स्टेशन होकर चलती हैं।
झांसी में प्लेटफार्म निर्माण के चलते रेलवे का निर्णय
बताया जाता है कि महाकोशल एक्सप्रेस, मध्य प्रदेश संपर्क क्रांति व श्रीधाम एक्सप्रेस है। इन ट्रेनों को आगामी 11 सितम्बर से रद्द कर दिया गया है और यह 27 व 28 सितंबर तक कैेेंसिल रहेगी। राहत की बात यह है कि जबलपुर से कटनी मुड़वारा होकर दिल्ली जाने वाली गोंडवाना एक्सप्रेस यथावत चलती रहेगी।
रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर मध्य रेलवे के वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई स्टेशन (पुराना नाम झांसी) में प्लेटफार्म निर्माण का कार्य किया जा रहा है। जिसके चलते रेल प्रशासन ने झोंसी से प्रारंभ होने व यहां से निकलने वाली 36 गाडियों को रद्द कर दिया गया है। वहीं दो गाडियों को शार्ट टर्मिनेट तो 6 गाडियों को डायवर्ट रूट से चलाने का निर्णय लिया है।
रेलवे ने जो गाडियां केंसिल की हैं। उसमें जबलपुर की प्रमुख ट्रेनोंं गाड़ी संख्या 12189/12190 जबलपुर-निजामुद्दीन-जबलपुर महाकोशल एक्सप्रेस को 11 सितम्बर से जाने में व वापसी में 12 सितम्बर से 29 सितंबर तक, गाड़ी संख्या 12121/12122 जबलपुर-हजरत निजामुद्दीन-जबलपुर एमपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को 13 सितंबर से 28 सितंबर तक व गाड़ी संख्या 12192/12191 जबलपुर-हजरत निजामुद्दीन-जबलपुर व्हाया इटारसी-भोपाल श्रीधाम एक्सप्रेस को जाने में 11 सितंबर व वापसी में 29 सितंबर तक रद्द किया गया है।
वहीं गाड़ी संख्या 12823/12824 दुर्ग-निजामुद्दीन-दुर्ग छग संपर्क क्रांति एक्सप्रेस जो व्हाया कटनी मुड़वारा, दमोह, सागर होकर चलती है। उसे भी 11 सितंबर से 29 सितंबर तक रद्द किया गया है।
चलती रहेगी गोंडवाना एक्सप्रेस
जबलपुर, कटनी से देश की राजधानी दिल्ली जाने के लिए जबलपुर से चार गाडियां हैं। जिनमें से 3 गाडियों को केंसिल कर दिया गया है। सिर्फ जबलपुर-निजामुद्दीन गोंडवाना एक्सप्रेस की सुविधा को बहाल रखा गया है। जिससे इस ट्रेन में जबर्दस्त दबाव बढ़ गया है।