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अनुचित आरक्षण: गैर‑हिन्दू/बौद्ध/सिखों के SC सर्टिफिकेट होंगे रद्द, जबरन धर्मांतरण पर क़ानून लाने की तैयारी

अनुचित आरक्षण: गैर‑हिन्दू/बौद्ध/सिखों के SC सर्टिफिकेट होंगे रद्द, जबरन धर्मांतरण पर क़ानून लाने की तैयारी

अनुचित आरक्षण: गैर‑हिन्दू/बौद्ध/सिखों के SC सर्टिफिकेट होंगे रद्द, जबरन धर्मांतरण पर क़ानून लाने की तैयारी। फडणवीस ने कहा कि अगर हिंदू, बौद्ध और सिख धर्म के अलावा किसी अन्य धर्म के व्यक्ति ने अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र हासिल किया है, तो उसे रद्द कर दिया जाएगा। देवेंद्र फडणवीस ने विधान परिषद में कहा कि अगर किसी व्यक्ति ने सरकारी नौकरियों में आरक्षण का लाभ हासिल किया है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

अनुचित आरक्षण: गैर‑हिन्दू/बौद्ध/सिखों के SC सर्टिफिकेट होंगे रद्द, जबरन धर्मांतरण पर क़ानून लाने की तैयारी

सीएम ने अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र पर बोलते हुए सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले को याद दिलाया। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में साफ किया है कि अनुसूचित जाति का आरक्षण केवल हिंदू, बौद्ध और सिख धर्म के लोगों को ही मिल सकता है। इनके अलावा अन्य धर्मों के लोग इसका लाभ नहीं ले सकते हैं।

धर्मांतरण से जुड़े मामलों से निपटा जाएगा’
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महायुति सरकार बलपूर्वक या धोखे से किए जा रहे धर्मांतरण से संबंधित मामलों से निपटने की तैयारी कर रही है। इसके लिए कड़े प्रावधान लाने पर विचार किया जा रहा है. इस संबंध में जल्द ही फैसला लिया जाएगा।

इसके अलावा, विधान परिषद में एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर जवाब देते हुए सीएम फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार ने ऐसे मामलों से निपटने के संबंध में सिफारिशें देने के लिए पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था और उसने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। अब सरकार अध्ययन करेगी और आवश्यक बदलाव कर ऐसे प्रावधान लाएगी, जिससे बलपूर्वक या धोखे से धर्मांतरण पर लगाम लगे।

BNS के अलावा लाए जाएंगे कड़े प्रावधान
मुख्यमंत्री ने कहा, “ऐसे मामलों में भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत कार्रवाई की जा सकती है, लेकिन कड़े प्रावधानों का सुझाव देने के लिए एक पैनल का गठन किया गया है। राज्य सरकार ऐसे मामलों से निपटने के लिए कड़े प्रावधान लाने की मंशा रखती है और हम जल्द ही इस पर फैसला लेंगे।

क्रिप्टो ईसाई कर रहे धार्मिक स्वतंत्रता का गलत इस्तेमाल

भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित गोरखे ने आरोप लगाया कि क्रिप्टो ईसाई धार्मिक स्वतंत्रता का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके अलावा कुछ लोग जो अन्य धर्मों का पालन कर रहे हैं वो भी अनुसूचित जाति वर्ग के तहत आरक्षण का लाभ ले रहे हैं। गोरखे का इशारा उन लोगों की तरफ था जो लोग कागजों पर किसी अन्य धर्म का पालन कर रहे हैं। जबकि गुप्त रूप से ईसाई धर्म का पालन कर रहे है। उन्होंने कहा था कि ऊपरी तौर पर वे अनुसूचित जाति समुदाय से हैं और सरकारी नौकरियों जैसे आरक्षण लाभ प्राप्त करते हैं।

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