गुरुद्वारा खालसा दीवान में विवाद, सिख समाज में आक्रोश ‘84 के दंगों’ का संदर्भ देने पर भारी विरोध, अवैध गतिविधियों की जाँच की मांग तेज

गुरुद्वारा खालसा दीवान में विवाद, सिख समाज में आक्रोश ‘84 के दंगों’ का संदर्भ देने पर भारी विरोध, अवैध गतिविधियों की जाँच की मांग ते
कटनी।। ऑर्डिनेंस फैक्ट्री स्थित गुरुद्वारा खालसा दीवान में 16 नवंबर को श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के दौरान हुए विवाद ने सिख समाज में गंभीर रोष पैदा कर दिया है। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, कटनी के पदाधिकारियों ने खालसा दीवान के संचालक इंद्रजीत सिंह विर्दी, उनके पुत्र दारा सिंह वर्दी तथा उनके सहयोगियों पर धार्मिक मर्यादा के उल्लंघन, अवैध गतिविधियों और अभद्र व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस संबंध में 19 और 25 नवंबर को पुलिस अधीक्षक कटनी के नाम विस्तृत शिकायतें भी सौंपी गई हैं। गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मनाया जा रहा था। इसी दौरान गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के सचिव तेजपाल सिंह भाटिया व अन्य पदाधिकारी कार्यक्रम में पहुंचे। सभा के अनुसार खालसा दीवान के संचालक इंद्रजीत वर्दी एवं दारा वर्दी सिख मर्यादा के विपरीत गतिविधियाँ संचालित कर रहे थे। आपत्ति दर्ज करने पर दोनों ने विवाद खड़ा कर दिया। उनके साथ चमनलाल आनंद सहित अन्य व्यक्तियों ने भी सभा पदाधिकारियों को गुरुद्वारा परिसर से बाहर जाने से रोकने का प्रयास किया।
सबसे विवादित कथन “84 का दंगा भूल गए क्या?”
सभा पदाधिकारियों ने शिकायत में उल्लेख किया है कि चमनलाल आनंद ने कार्यक्रम के दौरान अत्यंत आपत्तिजनक व उकसाने वाला कथन किया:
“तुम सरदार 84 का दंगा भूल गए क्या? दोबारा वही चाहते हो?”
सिख समाज ने इसे: धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाला,सामाजिक सौहार्द हेतु घातक,तथा धर्मस्थल की पवित्रता के विपरीत कृत्य बताया है। सभा के अनुसार यह कथन पूर्व नियोजित तनाव उत्पन्न करने का प्रयास प्रतीत होता है। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा का जारी पत्र के माध्यम से दावा है कि संचालक दारा वर्दी द्वारा ऑर्डिनेंस फैक्ट्री नियमों का उल्लंघन कर धार्मिक स्थल के लिए आवंटित कमरों को किराए पर दिया जा रहा है।
उन्हीं कमरों में आंगनबाड़ी संचालित की जा रही है।
यह ऑर्डिनेंस फैक्ट्री प्रशासनिक नियमों एवं धर्मस्थल उपयोग दिशा-निर्देशों के खिलाफ है। इन अनियमितताओं की शिकायत ऑर्डिनेंस फैक्ट्री कटनी के महाप्रबंधक को भी दी जा चुकी है। सभा ने यह भी आरोप लगाया कि विवाद के बाद इंद्रजीत वर्दी व उनके पुत्र ने पुलिस में यह कहते हुए झूठी शिकायत दर्ज कराने का प्रयास किया कि सचिव तेजपाल सिंह भाटिया
एवं उनके पुत्र सतवीर सिंह भाटिया ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया। सभा ने इसे पूर्व नियोजित रणनीति बताया है। दावा किया गया कि जिन लोगों के नाम शिकायत में शामिल किए गए, वे उस समय गुरुद्वारा परिसर में मौजूद ही नहीं थे। इसके लिए उनके मोबाइल लोकेशन की जांच की मांग की गई है।
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा कटनी तथा सिख संगत ने तीन प्रमुख मांगें प्रशासन के सामने रखी हैं जिसमें
चमनलाल आनंद का सार्वजनिक माफीनामा
गुरुद्वारा पहुँचकर गुरु साहिब के चरणों में बैठकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग। संचालक दारा वर्दी को पद से हटाया जाए धार्मिक मर्यादा के उल्लंघन व अवैध गतिविधियों के आरोपों को गंभीर बताकर दारा वर्दी को तत्काल हटाने और किसी नए व्यक्ति को संचालक नियुक्त करने
की मांग की गई है। ऑर्डिनेंस फैक्ट्री प्रशासन की कार्रवाई में सहयोग
सभा ने कहा है कि फैक्ट्री प्रशासन जो भी कार्रवाई करेगा, सभा पूर्ण सहयोग देगी।
19 नवंबर को नगर पुलिस अधीक्षक,25 नवंबर को पुलिस अधीक्षक कटनी को विस्तृत शिकायतें सौंपी गयीं। इनमें भारतीय न्याय संहिता की उन धाराओं में पुलिस कार्रवाई की मांग की गई है, जो धार्मिक सौहार्द भंग करने व अवैध गतिविधियों से जुड़ी हैं।
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा ने कहा कि “हम सिख मर्यादा, सामाजिक सौहार्द और नियमों के पालन के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस पूरे प्रकरण में निष्पक्ष जांच और उचित कानूनी कार्रवाई अपेक्षित है। पत्रकार वार्ता मे
तेजपाल सिंह भाटिया, संतोष सिंह भट्टी, सोनू खुराना, सतवीर सिंह भाटिया, त्रिलोचन सिंह वृद्धि, मंगलजीत सिंह भट्टी, रविंद्र सिंह ओसहन, शानू मलंग, अवतार सिंह टुटेजा, अमरजीत सिंह ग्रोवर, महेंद्र सिंह, मनदीप सिंह टुटेजा, मनप्रीत सिंह गेदु सहित अन्य की उपस्थिति रही।







