#MP Vidhansabha ElectionsLatestPoliticsमध्यप्रदेश
Congress Breaking राहुल गांधी ने कमलनाथ द्वारा भेजे गए 12 नेताओं को रिजेक्ट कर दिया

Congress Breaking कांग्रेस पार्टी के दिल्ली मुख्यालय से बड़ी खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ने कमलनाथ द्वारा भेजे गए उन 12 नेताओं को रिजेक्ट कर दिया है, जिन्हें चुनाव में कांग्रेस पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी घोषित करने के लिए स्ट्रांग रिकमेंडेशन भेजी गई थी।
केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी दिल्ली के सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की छानबीन समिति द्वारा कुछ विधानसभा सीटों पर सिंगल नाम भेजे गए हैं। इसका अर्थ यह है कि, प्रदेश अध्यक्ष श्री कमलनाथ एवं मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी पूरे विश्वास के साथ यह कह रही है कि, उपरोक्त विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के पास इसे बढ़िया कोई नेता नहीं है। श्री राहुल गांधी ने इनमें से 12 नाम को रिजेक्ट कर दिया है। यानी मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के जो दावेदार कल तक इस बात पर प्राउड फील कर रहे थे कि, उनका सिंगल नाम भेजा गया है। अब उनमें से 12 के टिकट निरस्त हो चुके हैं।
राहुल गांधी की सर्वे रिपोर्ट फाइनल
- क्या मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है।
- क्या कमलनाथ मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
- क्या मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार बनने जा रही है।
उपरोक्त तीनों प्रश्नों के उत्तर अलग-अलग हैं। कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों के चयन के लिए सर्वे के कई राउंड कंडक्ट किए थे। कई प्राइवेट एजेंसियों को अलग-अलग काम दिए गए थे। इनमें से कुछ एजेंसी तो ऐसी थी जिन्होंने यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को हायर किया और स्टूडेंट्स ने अपने हॉस्टल में बैठकर सर्वे किया।
इस सारी प्रक्रिया से अलग राहुल गांधी की एजेंसी भी सर्वे कर रही थी। उसने न केवल क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी के नेताओं की कुंडली बनाई बल्कि यह रिपोर्ट भी तैयार की, कि कमलनाथ की टीम भोपाल के बाहर मध्य प्रदेश के जिलों में सक्रिय है या नहीं, और कमलनाथ की एजेंसी किस प्रकार का सर्वे कर रही है।
यही कारण है कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में श्री कमलनाथ की फाइल को कंसीडर तो किया गया परंतु फाइनल डॉक्यूमेंट श्री राहुल गांधी की सर्वे रिपोर्ट को माना गया। बताया जा रहा है कि, 150 नाम फाइनल कर दिए गए हैं। इसमें से 100 से ज्यादा नाम ऐसे हैं जो राहुल गांधी और कमलनाथ दोनों की फाइल में थे।