अंततः पक ही गई बीरबल की खिचड़ी, अमित बने शहर और सौरभ बने ग्रामीण अध्यक्ष, YashBharat.Com की खबर हुई सच साबित
अंततः पक ही गई बीरबल की खिचड़ी, अमित बने शहर और सौरभ बने ग्रामीण अध्यक्ष, YashBharat.Com की खबर हुई सच साबित

कटनी(YASHBHARAT.COM)।अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने मध्यप्रदेश के कई जिलों में नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की है। संगठन सृजन अभियान के तहत कांग्रेस ने इन अध्यक्षों की नियुक्ति की है। इस संबंध में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आदेश जारी कर दिया है। मध्यप्रदेश विधानसभा के 2018 में संपन्न चुनाव में वक्त है बदलाव का नारा देने वाली कांग्रेस अब 2025 में पूरी तरह से ट्रांसफॉर्म होने को तैयार होती दिखाई दे रही है।
पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट, दिल्ली में बैठक, भोपाल में पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक और रायशुमारी के सारे मापदंड पूरे कर लेने के बाद आज अंततः जिला कांग्रेस अध्यक्ष गणों की सूची जारी हो ही गई। जिसमें जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष एड अमित शुक्ला को जिला शहर एवं पूर्व विधायक सौरभ सिंह को जिला ग्रामीण का अध्यक्ष बनाया गया है।
इसके अतिरिक्त सभी 71 जिलों के अध्यक्ष भी घोषित कर दिए गए है। यदि कटनी में अध्यक्षों की नियुक्ति की बात करें तो बड़वारा एवं विजयराघवगढ विधानसभा के एक एक वरिष्ठ नेताओ की अति गंभीर शिकायतों एवं ग्रामीण क्षैत्र के कार्यकर्ताओं के नकारात्मक रुझान के कारण ग्रामीण अध्यक्ष करण सिंह चौहान का हटाकर पूर्व में भाजपा और बसपा में रहे पूर्व विधायक सौरभ सिंह को जिला ग्रामीण अध्यक्ष बनाया गया है।
वैसे भी उनके मुकाबले ग्रामीण के कोई वजनदार नेता ने दावेदारी नही की थी। वही यदि शहर अध्यक्ष की बात करें तो लगभग डेढ़ साल खाली पड़े इस पद पर जिला शहर कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष अमित शुक्ला को शहर अध्यक्ष बनाया गया है। अंत तक उनका मुकाबला पिछड़ा वर्ग से आने वाले महत्वपूर्ण नेता एवं वर्तमान में शहर के ब्लॉक कांग्रेस कमेटी क्रमांक एक के अध्यक्ष डॉ.आनंद पटेल के साथ चला।
सामाजिक समीकरण एवं दिल्ली के एक वरिष्ठ पत्रकार द्वारा की गई जबरदस्त पैरोकारी के कारण डॉ आनंद पटेल का नाम अचानक से उभरकर सामने आया था लेकिन कांग्रेस ने पिछड़ा वर्ग को महत्व न देते हुए शहर और ग्रामीण दोनों पदो मे स्वर्ण वर्ग को स्थान दे दिया। सूत्रों के अनुसार बीच में युवा कांग्रेस के एक नेता ने शहर अध्यक्ष बनने के लिए गुपचुप तरीके से जबरदस्त लॉबिंग करके खुद शहर कांग्रेस का अध्यक्ष बनने का प्रयास किया था लेकिन युवा कांग्रेस की मेंबरशिप में कटनी जिले के मैहर जैसे नए बने और छोटे जिले से पिछड़ जाने के कारण उक्त नेता की दावेदारी हल्की पड़ गई। युवा कांग्रेस कटनी में लगभग साढ़े 13 हजार की मेंबरशिप के मुकाबले मैहर में 21 हजार मेंबर बने हैं।
वही कटनी से छोटे जिले आगर मालवा, अनूपपुर, छतरपुर, दतिया, देवास, मंदसौर, नीमच, नरसिंहपुर, सीहोर, सिवनी, शाजापुर, सिंगरौली में कटनी से ज्यादा मेंबरशिप हुई है। खैर महीनो से जारी जद्दोजहद पर विराम लग गया और नियुक्तियां हो ही गई।