अर्चना की रचना: शादी के डर से रची थी साजिश, खुद ही दोस्तों की मदद से चली गई थी नेपाल

भोपाल। घरवालों द्वारा शादी करने के दबाव के बाद कटनी की युवती अर्चना तिवारी ने खुद ही गायब होने की न सिर्फ पटकथा लिखी बल्कि दो लोगों की मदद से इसे सफल अंजाम दिया। मामले में रक्षक राम तोमर की संलिप्तता नहीं पाई गई यह पुलिस दावा है। पूरे मामले में कोई भी आपराधिक मामला नहीं बनता लिहाजा किसी पर कार्रवाई नहीं की गई यह भी पुलिस ने बताया।
खुद एक लड़के जिसका नाम सारांश जैन था वह सुजालपुर का रहने वाला है। उसके साथ नेपाल चली गई वहां काठमांडू में कुछ दिन रही इधर भारत आने पर सारांश जैन को पुलिस ने पकड़ लिया। सारांश के साथ तेजेंदर नामक व्यक्ति भी इस पूरे मामले में इंवाल था। दरअसल सारांश का ड्रोन का काम है जिस कारण उसके नेपाल में भी संपर्क थे।
यह पूरी जानकारी आज भोपाल में रेल एसपी राहुल कुमार ने पत्रकारों को दी है। स्टोरी यह थी कि अर्चना की किसी पटवारी से शादी लगी थी जिससे वह नाखुश थी घरवाले शादी के लिए दबाव बना रहे थे अर्चना इनकार कर रही थी। बस यही इन पूरे मामले की जड़ बनी।
अर्चना सारांश से इंदौर में मिली थी दोनों एक दूसरे को जानते थे अर्चना ने सारांश को अपनी समस्या बताई तथा खुद को गायब करने की रचना तैयार कर ली इसमें मदद सारांश ने की ओर सारांश का एक दोस्त तेजेन्द्र भी इन दोनों की मदद कर रहा था।
कॉन्स्टेबल राम तोमर से भी हुई पूछताछ
मामले की जांच कर रही पुलिस ने इस केस में ग्वालियर के कॉन्स्टेबल राम तोमर से भी पूछताछ की थी। राम तोमर ने पूछताछ के दौरान कहा है कि वह अर्चना तिवारी को जानता जरूर है लेकिन कभी मिला नहीं है। साथ ही बस टिकट करवाने की बात उसने कबूल की है। पुलिस टीम अभी उससे भी पूछताछ कर रही है।
तमाम कड़ियों को जोड़ रही पुलिस
अर्चना के आने के बाद पुलिस टीम उससे पूछताछ करेगी। साथ ही यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि वह काठमांडू कैसे पहुंची। साथ ही किसके साथ गई थी। सूत्रों के अनुसार काठमांडू में लोकेशन मिलने के बाद पुलिस टीम ने उससे संपर्क किया था। इसके बाद वह बॉर्डर के पास आई, जहां से उसे बरामद किया गया