Acid Attack jabalpur गिरफ्तारी के बाद इशिता ने पुलिस से पूछा, “क्या वह मर गई? मुझे फांसी होगी क्या?
गिरफ्तारी के बाद इशिता ने पुलिस से पूछा, "क्या वह मर गई? मुझे फांसी होगी क्या?

Acid Attack jabalpur जबलपुर की अवधपुरी कॉलोनी में 22 साल की श्रद्धा दास पर उसकी ही बचपन की दोस्त इशिता साहू ने तेजाब फेंककर उसकी जिंदगी में अंधेरा कर दिया. श्रद्धा बुरी तरह झुलस गई है और अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने इशिता को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद इशिता ने पुलिस से पूछा, “क्या वह मर गई? मुझे फांसी होगी क्या?”
गोरखपुर पुलिस सीएसपीपी नागोटिया ने बताया कि हत्या की कोशिश और एसिड अटैक की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. इशिता का साथी अंश शर्मा अभी भी फरार है.
श्रद्धा की हालत गंभीर
श्रद्धा का इलाज मेडिकल कॉलेज में जारी है. डॉक्टरों ने बताया कि उसका चेहरा और शरीर का ऊपरी हिस्सा 50 फीसदी तक जल गया है. उसकी हालत नाजुक बनी हुई है.
अवधपुरी कॉलोनी में 22 साल की श्रद्धा दास पर उसकी ही बचपन की दोस्त इशिता साहू ने तेजाब फेंककर उसकी जिंदगी में अंधेरा कर दिया. श्रद्धा बुरी तरह झुलस गई है और अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है.
इशिता ने तेजाब खरीदने के लिए इंटरनेट पर जानकारी निकाली. उसने ज्ञान गंगा कॉलेज के नाम पर नकली लेटरहेड बनवाया और दोस्त अंश शर्मा से फर्जी साइन करवा लिए, ताकि एसिड मिल सके. सिविक सेंटर की अनुप्रास ट्रेडर्स ने उसे लेटर हेड पर एसिड देने से मना कर दिया. जिसके बाद उसने अपने दोस्त अंश शर्मा को ज्ञान गंगा कॉलेज का प्रोफेसर बनाकर बात कराई. इस दौरान प्रोफेसर बने अंश ने कहा कि प्रैक्टिकल के लिए सल्फ्यूरिक एसिड की आवश्यकता है, इसे दे दिया जाए. अनुप्रास ट्रेडर्स के मालिक ने इसे सच समझकर एसिड दे दिया.
श्रद्धा और इशिता एक ही कॉलोनी में पली-बढ़ीं. हालांकि दोनों की स्कूल अलग थी, लेकिन 10वीं तक गहरी दोस्ती थी. कुछ साल पहले इशिता का एक वीडियो उसके बॉयफ़्रेंड के साथ था सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिससे समाज और परिवार में उसकी काफी बदनामी हुई. इशिता को शक था कि इसका कारण श्रद्धा है. तभी से उसने बदला लेने की ठान ली.