वार्षिक लेखा-जोखा: कटनी पुलिस ने अपराधियों पर कसा ‘शिकंजा’, गुमशुदा चेहरों पर लौटाई ‘मुस्कान’
वार्षिक लेखा-जोखा: कटनी पुलिस ने अपराधियों पर कसा ‘शिकंजा’, गुमशुदा चेहरों पर लौटाई ‘मुस्कान
कटनी। कटनी पुलिस के लिए वर्ष 2024-25 उपलब्धियों और कड़े फैसलों का साल रहा है। पुलिस अधीक्षक (SP) के मार्गदर्शन में जिले ने न केवल गंभीर अपराधों को सुलझाने में सफलता पाई, बल्कि सामुदायिक पुलिसिंग के जरिए जनता का भरोसा भी जीता। पुलिस द्वारा जारी वार्षिक प्रेस नोट के अनुसार, ‘ऑपरेशन शिकंजा’ और ‘मुस्कान’ जैसे अभियानों ने जिले की कानून व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन किया है।
*1. ‘ऑपरेशन शिकंजा’: माफियाओं की कमर तोड़ी*
जिले में अवैध गतिविधियों को जड़ से मिटाने के लिए ‘ऑपरेशन शिकंजा’ चलाया गया। इसके तहत:
अवैध शराब और नशा: पुलिस ने ग्रामीण और शहरी इलाकों में अवैध शराब के अड्डों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। इसमें हजारों लीटर अवैध शराब जब्त की गई और मुख्य तस्करों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की गई।
सट्टा और जुआ: जिले में सक्रिय सट्टा गिरोहों के खिलाफ विशेष टीम गठित कर दबिश दी गई, जिससे अवैध धन के प्रवाह पर रोक लगी है।
इनामी बदमाशों की गिरफ्तारी: साल भर में कई ऐसे अपराधी जो लंबे समय से फरार थे, उन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया।
*2. ‘ऑपरेशन मुस्कान’: अपनों से मिलन की सुखद दास्तां*
सामाजिक सरोकार के क्षेत्र में ‘ऑपरेशन मुस्कान’ कटनी पुलिस की सबसे बड़ी उपलब्धि रही।
पुलिस टीमों ने तकनीकी साक्ष्यों और मुखबिरों की मदद से मध्य प्रदेश ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों (महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली) से भी गुमशुदा बच्चों और बालिकाओं को दस्तयाब किया।
वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 90% से अधिक गुमशुदगी के मामलों को सुलझा लिया गया है, जो पुलिस की सक्रियता को दर्शाता है।
*3. महिला सुरक्षा और साइबर जागरूकता*
महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए पुलिस ने निवारक दृष्टिकोण (Preventive Approach) अपनाया:
स्कूल-कॉलेज जागरूकता: महिला थाना और विभिन्न थानों की टीमों ने शैक्षणिक संस्थानों में जाकर ‘गुड टच-बैड टच’ और ‘साइबर फ्रॉड’ से बचने के तरीके सिखाए।
त्वरित कार्रवाई: छेड़खानी और घरेलू हिंसा की शिकायतों पर तत्काल FIR और गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई।
*4. यातायात व्यवस्था और मोबाइल रिकवरी*
यातायात सुरक्षा: हेलमेट चेकिंग और शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ सख्त चालानी कार्रवाई की गई, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है।
गुमशुदा मोबाइल: पुलिस की साइबर सेल ने साल भर में सैकड़ों गुम हुए मोबाइल फोन बरामद कर उनके असली मालिकों को सौंपे, जिसकी बाजार में कीमत लाखों रुपये आंकी गई है।
*पुलिस प्रशासन का कथन*
“हमारा उद्देश्य कटनी को एक भयमुक्त वातावरण प्रदान करना है। पुलिस तकनीक और मानवीय सूचना तंत्र का बेहतर तालमेल बिठाकर काम कर रही है। आने वाले वर्ष में हमारा ध्यान सामुदायिक पुलिसिंग और ट्रैफिक सुधार पर और अधिक केंद्रित रहेगा।







