PM मोदी-प्रियंका की बातचीत में छाई ‘काली हल्दी’, जानिए इसके औषधीय रहस्य
PM मोदी-प्रियंका की बातचीत में छाई ‘काली हल्दी’, जानिए इसके औषधीय रहस्य
PM मोदी-प्रियंका की बातचीत में छाई ‘काली हल्दी’, जानिए इसके औषधीय रहस्य। संसद के शीतकालीन सत्र के बाद नेताओं के बीच हल्की बातचीत में प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी से वायनाड में उगने वाली काली हल्दी के बारे में बात करते हुए बताया कि ये काफी फायदेमंद है और इसका इस्तेमाल वो खुद भी करती हैं. क्या आपको पता है कि नीली हल्दी में क्या-क्या गुण होते हैं और ये कैसे फायदा पहुंचा सकती है।
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PM मोदी-प्रियंका की बातचीत में छाई ‘काली हल्दी’, जानिए इसके औषधीय रहस्य
भारतीय घरों की रसोई में हल्दी एक सबसे बेसिक, लेकिन बेहद फायदेमंद मसाला है जो डेली रूटीन के खाने में इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन क्या आपको नीली हल्दी (Curcuma caesia) के बारे में पता है. इसका जिक्र प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी से बातचीत के दौरान किया और यह भी बताया कि वह डेली रूटीन में इस हल्दी का यूज करती हैं
जिससे पॉल्यूशन के दौरान उन्हें हेल्दी रहने में मदद मिलती है. नीली हल्दी (जिसे कई जगह काली हल्दी के नाम से भी जानते हैं) की कीमत भी पीली हल्दी के मुकाबले मार्केट में ज्यादा होती है. ये आपको कम ही बिकती हुई दिखेगी, लेकिन नीली हल्दी भी कई गुणों से भरपूर होती है.
हल्दी की खेती मुख्य रूप से दक्षिण और भारत के पूर्वी राज्यों में की जाती है, जिसमें महाराष्ट्र, तमिलनाडु, वायनाड, कर्नाटक, तेलंगाना, मेघालय, बिहार, असम, झारखंड जैसी जगहें हैं. नीली हल्दी की खेती कम होने के साथ ही इसके औषधीय गुणों के कारण ये महंगे दामों पर बिकती है. चलिए जान लेते हैं नीली हल्दी के फायदे, गुण और यूज करने का तरीका.
नीली हल्दी के न्यूट्रिएंट्स?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, स्टडीज कहती हैं कि काली यानी नीली हल्दी यानी करकुमा कैसिया में कपूर, एआर-टर्मेरोन, (जेड) ओसेमीन, एआर-करक्यूमीन, 1, 8-सिनेओल जैसे आवश्यक तेलों समेत कई फाइटोकोन्स्टिट्यूएंट्स होते हैं. इसमें एंटी-म्यूटाजेनिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-ट्यूमर गुण भी पाए जाते हैं जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों में भी अच्छे परिणाम दे सकते हैं. पबमेड में ये भी बताया गया है कि इस हल्दी में सूजन रोधी यानी एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं.
इसके क्या हो सकते हैं फायदे?
करकुमा कैसिया, नीली या काली हल्दी का यूज ब्यूटी केयर में किया जा सकता है. इसके अलावा इसका सेवन आपकी हेल्थ के लिए भी काफी फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इसमें कई तरह के बायोएक्टिव कंपाउंड होते हैं. इस हल्दी के बारे में बहुत ज्यादा अध्ययन नहीं हैं, लेकिन इसका इस्तेमाल पुराने समय से कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है.ये शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाने से लेकर सूजन, दर्द को कम करने में हेल्फुल रहती है. ये गैस्ट्रिक अल्सर में भी राहत दिला सकती है. इसके अलावा भी इस हल्दी के कई फायदे हैं.
कैसे करें नीली हल्दी का यूज?
सामान्य हल्दी का इस्तेमाल तो हम डेली रूटीन में खाने के अलावा फेस पर लगाने से लेकर खांसी-जुकाम से राहत पाने के लिए कई तरह के नुस्खों के रूप में करते हैं. काली हल्दी का यूज किसी तरह की डिश को बनाने के लिए कम ही किया जाता है, लेकिन इसे फ्रेश आप कद्दूकस करके काढ़ा बनाकर ले सकते हैं या फिर पाउडर के रूप में लिया जा सकता है. काली हल्दी का सेवन काली मिर्च के साथ करना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इस हल्दी में मौजूद गुण ज्यादा बेहतर तरीके से बॉडी में ऑब्जर्व करने में मदद मिलती है. इस हल्दी का यूज भी त्वचा पर लेप. उबटन आदि की तरह किया जाता है साथ ही दर्द से राहत के लिए भी काली हल्दी फायदेमंद मानी जाती है. हालांकि किसी तरह की हेल्थ कंडीशन या फिर प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग मदर्स को इस हल्दी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.






