विधायकों के स्टाफ के कामकाज पर मुख्यमंत्री और भाजपा की नजर

भोपाल। मंत्रियों के स्टाफ पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संगठन भले ही लगाम नहीं लगा पाया हो, लेकिन अब विधायकों के स्टाफ की गतिविधियों पर मुख्यमंत्री और भाजपा नजरें गढ़ाए हुए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों भाजपा विधायकों के साथ वन-टू-वन चर्चा में कई विधायकों को चेतावनी दी है कि उनके स्टाफ की गतिविधियां ठीक नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा द्वारा कराए गए सर्वे में विधायकों के स्टाफ के व्यवहार और उनके क्रियाकलापों पर भी ध्यान दिया गया था। इस सर्वे में कई विधायकों के स्टाफ के प्रति भी लोगों में नाराजगी सामने आई थी। इसके लिए मुख्यमंत्री ने विधायकों से कहा है कि स्टाफ के कामकाज को सुधारें।
सालभर में विधायकों के परफॉर्मेंस पर दो सर्वे और किए जाएंगे, उसमें भी स्टाफ की गतिविधियों पर फीडबैक लिया जाएगा। बैठक में कई विधायकों को फटकार भी लगाई गई है। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान इसे सामान्य बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की शिकायत आती है तो विधायकों को चेतावनी देना पड़ती है।
डेढ़ साल पहले शुरू की थी कवायद, अब इंकार
मंत्री स्टाफ में कांग्रेस के जमाने से काम कर रहे लोगों की पहचान के लिए करीब डेढ़ साल पहले भाजपा ने वरिष्ठ मंत्री जयंत मलैया की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी। कमेटी को ऐसे लोगों की सूची भाजपा संगठन महामंत्री सुहास भगत को सौंपनी थी। यह कवायद मंत्रियों पर संगठन की पकड़ मजबूत करने के लिए हुई थी।
मंत्री स्टाफ में तो ज्यादा फेरबदल नहीं हुआ, लेकिन अब इस कवायद से भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ही इंकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई कमेटी नहीं बनी थी और न ही स्टाफ को लेकर कोई एक्सरसाइज की गई थी।
गड़बड़ी के बाद कुसुम महदेले के स्टाफ को हटाया था
पिछले दिनों जेल विभाग की तबादला सूची में गड़बड़ी सामने आने के बाद जेल मंत्री कुसुम महदेले के पूरे स्टाफ को हटा दिया गया है। आरोप था कि मंत्री के स्टाफ ने तबादला सूची में गड़बड़ी की थी।
अवगत कराया है
विधायकों के काम के साथ-साथ उनके स्टाफ का व्यवहार भी बहुत मायने रखता है। इसलिए समय-समय पर उन्हें स्टाफ के व्यवहार के बारे में भी अवगत कराया जाता है।
– नंदकुमार सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष, भाजपा